Labour day 2019: मजदूर दिवस के ऐसे संदेश जो फेमस हो गए

दुनिया के करीब 80 देशों में आज नेशनल हॉलिडे है. आइए आज इस खास दिन जानते हैं मजदूर दिवस से जुड़े उन खास संदेशों के बारे में जो वक्त के साथ काफी फेमस हो गए.

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प्रतीकात्मक फोटो (Pixabay Image) प्रतीकात्मक फोटो (Pixabay Image)

aajtak.in / मंजू ममगाईं

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  • 01 मई 2019,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

आज दुनियाभर में मजदूर दिवस मनाया जा रहा है. खास बात यह है कि पिछले 132 साल से अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है. आज के ही दिन दुनियाभर के मजदूरों ने अनिश्चित काम के घंटों को 8 घंटे में बदल दिया था. दुनिया के करीब 80 देशों में आज नेशनल हॉलिडे है. आइए आज इस खास दिन जानते हैं मजदूर दिवस से जुड़े उन खास संदेशों के बारे में जो वक्त के साथ काफी फेमस हो गए.

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1-मैं मजदूर हूं मजबूर नहीं

यह कहने में मुझे शर्म नहीं

अपने पसीने की खाता हूं

मैं मिटटी को सोना बनाता हूं

मजदूर दिवस की शुभकामनाएं

शायद यही वो ख्याल रहा होगा कि जिसने साल 1877 में मजदूरों को अपने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर आंदोलन करने के लिए प्रेरित किया. इस आंदोलन के बाद एक मई 1886 को पूरे अमेरिका में लाखों मजदूरों ने एकजुट होकर इस मुद्दे को लेकर हड़ताल की. इस हड़ताल में लगभग 11 हजार फैक्ट्रियों के 3 लाख 80 हजार मजदूर शामिल हुए.

2-ये बात जमाना याद रखे मजदूर हैं हम, मजबूर नहीं

ये भूख गरीबी बदहाली हरगिज हमको मंजूर नहीं

-कांतिमोहन 'सोज'

अमेरिका में की गई हड़ताल का यह नतीजा निकला कि साल 1889 में पेरिस में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय महासभा की दूसरी बैठक हुई. इस बैठक में  फ्रेंच क्रांति को ध्यान में रखते हुए एक प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाए जाने की बात स्वीकार की गई.

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3-कुचल कुचल के न फुटपाथ को चलो इतना

यहां पे रात को मज़दूर ख़्वाब देखते हैं

- अहमद सलमान

पेरिस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महासभा में मजदूर दिवस पर प्रस्ताव पास होते ही अमेरिका में काम के घंटे घटाकर सिर्फ 8 घंटे कर दिए गए. जिसके बाद पहली मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत हुई.

4-हाथों में लाठी है

मजबूत उसकी कद-काठी है

हर बाधा वो कर देता है दूर

दुनिया उसे कहती है मजदूर

मजदूर दिवस की शुभकामनाएं

भारत में सबसे पहले मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई थी. बता दें,  भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी.

5-काम पैसा कमाने के लिए नहीं है; आप जीवन का औचित्य साबित करने के लिए काम करते हैं

-मार्क चगल

मजदूर दिवस को लेबर डे, मई दिवस, श्रमिक दिवस  के नाम से भी पहचाना जाता है.इस दिन देश की लगभग सभी कंपनियों में छुट्टी रहती है.

6-श्रम एक मात्र प्रार्थना है जिसका उत्तर प्रकृति देती है

-रॉबर्ट ग्रीन इंगरसोल

भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों के सम्‍मान में मनाया जाता है. ये दिन मजदूरों के सम्मान, उनकी एकता और उनके हक के समर्थन में मनाया जाता है.

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7-काम पर एक बुरा दिन नरक में एक अच्छे दिन की तुलना में बेहतर है.

-स्कॉट जॉनसन

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