शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पेट को स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है और पेट के लिए फर्मेंटेड फूड्स और प्रोबायोटिक्स का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है. फर्मेंटेड फूड्स को डाइट में शामिल कर आप अपने पेट और पाचन तंत्र को स्वस्थ रख सकते हैं. अगर आपका पेट स्वस्थ है तो कई गंभीर बीमारियों का जोखिम भी कम हो जाता है. इस खबर में हम आपको फर्मेंटेड फूड्स को डाइट में शामिल करने के 5 कारण बता रहे हैं.
फर्मेंट जिसे हिंदी में किण्वन कहा जाता है. यह भोजन को संरक्षित करने का एक तरीका है. फर्मेंटेशन का इस्तेमाल कई चीजों को बनाने के लिए किया जाता है जैसे शराब, पनीर. इन्हें बनाने के लिए बेकिंग सोडा, यीस्ट और फ्रूट सॉल्ट जैसे सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है और इन्हें कुछ घंटों के लिए छोड़ दिया जाता है जिससे इनमें खमीर उठता है. इसके बाद इन फूड्स में खट्टा स्वाद आने लगता है. खमीरीकरण की प्रक्रिया से भोजन में गुड बैक्टीरिया पनपते हैं जिन्हें प्रोबायोटिक कहा जाता है. प्रोबायोटिक्स आपके पेट के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं.
पेट की हेल्थ करता है इंप्रूव
फर्मेंटेड फूड्स में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पेट को मजबूत करने और सूक्ष्मजीवों का एक स्वस्थ मिश्रण बनाने में मदद कर सकते हैं. फर्मेंटेड फूड खाने से पाचन बेहतर होता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है जिससे आप पेट संबंधी समस्याओं के साथ ही सर्दी-जुकाम, बुखार और अन्य वायरल संक्रमणों से ग्रसित होने का जोखिम कम होता है.
इम्यून सिस्टम करता है मजबूत
प्रोबायोटिक्स आपके शरीर में बैक्टीरिया को सपोर्ट करता है और बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है. इससे आपकी इम्युनिटी भी बूस्ट होती है.
विटामिन बी बूस्ट करता है
यह शरीर में विटामिन बी के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करते हैं. किण्वित सब्जियों और फलों के अलावा, विटामिन बी12 के नॉन एनिमल सोर्स जो बहुत ध्यान देने योग्य हैं, वे हैं शैवाल और मशरूम. चूंकि किण्वन से विटामिन बी12 की काफी मात्रा उत्पन्न हो सकती है, इसलिए किण्वित सब्जियां और फल इस विटामिन को बढ़िया विकल्प हैं.
डाइजेशन में आसानी
किण्वन से खाद्य पदार्थों में मौजूद कुछ प्राकृतिक शर्कराएं और स्टार्च टूट जाते हैं जिससे उन्हें पचाना आसान हो जाता है. फर्मेंटेड फूड शरीर में सूजन को कम करते हैं. सूजन शरीर में बेहद खतरनाक होती है.
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