चीनी का सेवन सीमित करना हर किसी के लिए स्वस्थ रहने की दिशा में एक समझदारी भरा कदम है. चाहें उनकी उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति कुछ भी हो. रिफाइंड शुगर सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि चीनी के सभी रूपों को जीवन से निकाल दिया जाए. फलों, कुछ डेयरी उत्पादों और कुछ सब्जियों में पाई जाने वाली प्राकृतिक चीनी फाइबर, विटामिन और खनिजों जैसे अन्य पोषक तत्वों के साथ आती है और उचित मात्रा में इनका सेवन किए जाने पर ये सेफ होती है.
1. वेट लॉस में मददगार
बिना अतिरिक्त चीनी का मतलब है कि आपकी कुल कैलोरी की मात्रा कम हो गई है जिससे वजन कम करना और उसे मेंटेन रखना आसान हो सकता है. अध्ययनों से पता चला है कि अतिरिक्त चीनी का अधिक सेवन अधिक वजन और मोटापे में योगदान देता है.
अतिरिक्त चीनी वाले खाद्य पदार्थों की जगह कम या बिना अतिरिक्त चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से आपको कई फायदे हो सकते हैं.
2.डायबिटीज से बचाव
अध्ययनों से पता चला है कि अधिक चीनी का सेवन विशेष रूप से मीठे पेय पदार्थों का सेवन टाइप 2 मधुमेह के विकास की संभावनाओं को बढ़ा सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इसे ऐसे समझ सकते हैं कि लोग अतिरिक्त चीनी के रूप में बहुत अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं तो उनका वजन बढ़ता है. अधिक वजन या मोटापे की श्रेणी में आने से अक्सर रक्त शर्करा नियंत्रण और इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशीलता की समस्याएं होती हैं जिससे टाइप 2 मधुमेह होता है.
3. एजिंग हो जाएगी स्लो
अतिरिक्त अतिरिक्त चीनी को कम करने और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने से त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है. ज्यादा चीनी वाला आहार AGEs (advanced glycation end products) के उत्पादन को बढ़ावा दे सकता है जो त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेजी लाने से जुड़े हैं. चीनी का सेवन कम करने से त्वचा पर AGEs के कारण होने वाले उम्र बढ़ने के प्रभाव को धीमा किया जा सकता है. खासकर तब जब आपके आहार में बहुत सारे फल और सब्जियां शामिल हों, जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं.
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