हर इंसान की अपनी चाल होती है, वो अपने स्टाइल से वॉक करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी चाल गलत है या सही. हम लोग इस बात पर भले ही कभी ध्यान न दें, लेकिन इंसान के वॉक करने का तरीका उसकी सेहत से जुड़ा होता है.
आपको ये सुनकर अटपटा लग सकता है कि क्या चलने का भी कोई तरीका या नियम होता है, लेकिन वास्तव में आपकी वॉक की सही मुद्रा और तकनीक बहुत मायने रखती है और ये आपको कई परेशानियों से दूर भी करती है.
ब्रिटेन की स्पोर्ट्स साइंटिस्ट और 'वॉकएक्टिव डॉट कॉम' की संस्थापक जोआना हॉल ने द पोस्ट से बताया- 'अगर हम ऐसी चीज जो हमारे जीवन का आधार है, उसे अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुसार कर सकें, तो इसका प्रभाव बहुत गहरा हो सकता है.' जोआना हॉल ने वो चार गलतियां भी बताईं, जिन्हें वो लोगों को सड़क पर वॉक करते हुए अक्सर देखती हैं. ये गलतियां न केवल लोगों की फिटनेस गोल्स को पूरा करने में रुकावट डालते हैं, बल्कि सेहत पर भी असर डालते हैं.
गलत तरीके से क्यों चलते हैं?
मांसपेशियों का असंतुलन
जब आप गलत तरीके से चलते हैं, तब आप कुछ मांसपेशियों को जरूरत से ज्यादा सक्रिय रखते हैं, जबकि बाकी का इस्तेमाल ही नहीं करते और उन्हें नजरअंदाज करते हैं.
खराब लाइफस्टाइल
आजकल ज्यादातर लोग ऑफिस में काम करते हुए डेस्क पर लंबे समय तक बैठे रहते हैं. दिन भर कंप्यूटर पर काम करते हैं या अपने फोन पर झुके हुए नजरें गड़ाए रहते हैं, जिससे Muscle atrophy और अकड़न जैसी दिक्कत होने लगती है. Muscle atrophy एक ऐसी स्थिति है, जिसके कारण मांसपेशियां पतली, कमजोर या सिकुड़ जाती हैं. यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है.
मेडिकल कंडीशन
ठीक से न चलने का तीसरा कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं. एक्सिडेंट में लगी चोट जिसकी वजह से जीवनभर चलने में दिक्कत हो . कोई सर्जरी या फिर पैरों की लंबाई में अंतर. गर्भावस्था भी आपकी चाल पर अपना प्रभाव छोड़ सकती है.
इन 4 गलतियों से बचें
हम आपको ऐसे 4 कारण बता रहे हैं, जिनकी वजह से हम जाने-अनजाने में कई बार गलत तरीके से चलते हैं और उसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है.
गलत मांसपेशियों का उपयोग करना
अगर आपको कभी टहलने के बाद पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हुआ है तो आप शायद वॉक के दौरान बॉडी को आगे बढ़ाने के लिए गलत मांसपेशियों का इस्तेमाल करते हैं. जब आप अपने हिप फ्लेक्सर्स पर बहुत अधिक झुकते हैं, जो कूल्हे के सामने वाली मांसपेशियों का एक समूह होता है. हिप फ्लेक्सर्स आपके पैर और घुटने को आपके शरीर की ओर ऊपर ले जाने या मोड़ने में आपकी मदद करती हैं. हिप फ्लेक्सर्स पर बहुत अधिक दबाव की स्थिति आपके कदमों की लंबाई (यानी लंबे-लंबे कदमों से चलना) को सीमित कर देती है और आपकी वॉक एफर्टलेस नहीं लगती बल्कि रोबोट जैसी लगती है.
गलत फुटवियर का चुनाव
ज्यादातर लोग पैरों में ऐसे जूते-चप्पल पहनते हैं जो उनके लिए फिट नहीं होते हैं, जिससे पैर की उंगलियां एक साथ सिकुड़ जाती हैं और उनका फैलाव कम हो जाता है. इसकी वजह से भी आपकी चाल बदल जाती है. इसलिए हमेशा आरामदायक फुटवियर का ही इस्तेमाल करें.
सिर की पोजीशन
जब आप वॉक कर रहे होते हैं, तो आपका सिर भी इसमें एक अहम भूमिका निभाता है. हॉल ने बताया कि लोग कई बार चलते हुए अपना सिर झुका लेते हैं (यात्रा के दौरान अपने फोन को नीचे देखते हुए या कई बार सामान्य स्थिति में भी ). इसका शरीर के चलने के तरीके पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है.
जब आप सीधे खड़े होते हैं तो आपके सिर का वजन लगभग 10 से 11 पाउंड होता है. लेकिन जब आप आगे की ओर झुकते हैं, तो यह बहुत भारी लग सकता है और आपकी ऊपरी पीठ की मांसपेशियों पर बहुत ज्यादा दबाव डाल सकता है, जिससे रीढ़ की हड्डी के पूरी तरह से घूमने की क्षमता सीमित हो जाती है.
लेकिन हम ऐसे में रीढ़ की हड्डी के घूमने को प्रोवोक करना चाहते हैं क्योंकि इससे हमारी गतिशीलता और हमारी मुद्रा में सुधार होता है. अगर कोई व्यक्ति अपने स्वस्थ रहने या मेंटल हेल्थ के लिए वॉक कर रहा है, लेकिन वह खराब तरीके से चल रहा है और नीचे की ओर देख रहा है, तो उसे इससे कोई खास हेल्थ बेनेफिट नहीं मिलेगा.
हाथों को नजरअंदाज करना
हॉल के मुताबिक अक्सर ऐसा होता है कि आपके हाथ चलते समय बस लटके रहते हैं और कुछ नहीं करते हैं. जब हाथ कुछ नहीं करता, तो हम पूरे शरीर को हिलाने की क्षमता खो देते हैं. यह विशेष रूप से पेट की मांसपेशियों का उपयोग करने और कमर के चारों ओर सपोर्ट बनाने की हमारी क्षमता को सीमित करता है.
तेज गति से चलते समय अपने हाथों को सक्रिय करने से शरीर की ऊपरी और निचली मांसपेशियां सक्रिय होती हैं जिससे आपको इस प्रक्रिया में अधिक कैलोरी जलाने में मदद मिलती है.
लेकिन अपने हाथों की उपेक्षा करने से यह स्थिति आपकी मुद्रा को खराब करती है और रीढ़ की हड्डी का घुमाव सीमित हो सकता है. हॉल ने कहा कि यह सब एक दुष्चक्र का हिस्सा है जिसमें प्रत्येक गलती अगली गलती को जन्म देती है.
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