दिल्ली जैसे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए बुरी खबर, यूं बर्बाद हो रही है सेक्स लाइफ

रिसर्च में ये पाया गया है कि गाड़ियों से निकलने वाला जहरीला धुएं इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) से जुड़ा है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक बीमारी है जिसमें इंसान के शरीर में वीर्य कम हो जाता है या फिर खत्म हो जाता है जिसकी वजह से उसकी सेक्स लाइफ भी खत्म हो जाती है. आसान भाषा में समझें तो स्मॉग आदमियों को नपुसंक बना सकता है.

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सांकेतिक फोटो (Image credit: Getty images) सांकेतिक फोटो (Image credit: Getty images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

Air pollution: पूरे दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है और राजधानी के आसपास के इलाके भी इसकी चपेट में आ गए हैं. पिछले कुछ दिनों में फैक्ट्रियों से निकलने वाली जहरीली गैस, धुएं, पराली, कचरे से उठने वाले धुएं और सड़कों पर धुआं छोड़ती गाड़ियों ने पूरे शहर में स्मॉग बढ़ा दिया है. हम सभी ये बात जानते हैं कि स्मॉग हमारी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है और यह कई बीमारियों को भी दावत देता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हवा में घुलता प्रदूषण का ये जहर आपकी सेक्स लाइफ को भी बर्बाद कर रहा है? 

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क्या कहती है रिसर्च

हाल ही में हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि गाड़ियों से निकलने वाला जहरीला धुआं इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) से जुड़ा है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक बीमारी है जिसमें पुरुषों का वीर्य कम हो जाता है या खत्म हो जाता है जिसकी वजह से उसकी सेक्स लाइफ भी खत्म हो जाती है. आसान भाषा में समझें तो स्मॉग आदमियों को नपुंसक बना सकता है.

टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन को कैसे प्रभावित करता है स्मॉग

विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में वायु प्रदूषण और टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में वृद्धि के बीच संबंध पाया. ये दोनों हार्मोंस आदमियों और महिलाओं की सेक्स क्षमता और फर्टिलिटी की प्रक्रिया में अहम किरदार निभाते हैं.

विशेषज्ञ लंबे समय से चेतावनी दे रहे हैं कि प्रदूषण ना केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि ये लोगों के यौन संबंधों पर भी असर डालता है. हाल ही में किए गए इस नए अध्ययन में भी ये सामने आया है कि प्रदूषण यौन संबंधों को प्रभावित करता है और बांझपन का भी कारण बन सकता है. 

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स्त्री रोग, आईवीएफ विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ डॉ अर्चना धवन बजाज के अनुसार, ना केवल वायु प्रदूषण बल्कि ध्वनि प्रदूषण और कई अन्य पर्यावरण कारण भी व्यक्ति की सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकते हैं. 

2019 में एक अध्ययन में कार के जहरीले धुएं के संपर्क में आने से इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कई मामले सामने आए थे. जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित शोध से पता चला है कि प्रदूषित जहरीले कणों को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने से रक्त वाहिकाओं में सूजन हो सकती है और ऑक्सीजन प्रजनन अंगों तक नहीं पहुंच पाती है जिसकी वजह से पुरुषों की यौन उत्तेजित होने की क्षमता प्रभावित होती है. 

डॉ अर्चना धवन बजाज कहती हैं," प्रूदषित तत्वों का किसी पुरुष की सेक्स क्षमता पर पड़ने वाले असर जानने के लिए हमने सबसे प्रदूषित माने जाने वाले शहरों जैसे दिल्ली और कोलकाता के लोगों की कम प्रदूषित शहरों वाले लोगों के साथ एनालिसिस किया था. इस दौरान लोगों का पेशा, उम्र और कई कारकों पर भी ध्यान दिया गया और रिसर्च में हमने पाया कि इन सबसे चीजों से बेडरूम की परफॉर्मेंस प्रभावित होती है. इन फैक्टर्स का आपके शरीर पर ऐसा असर पड़ता है कि आप इस अवस्था में सेक्स के लिए तैयार नहीं होते हैं. इसका असर कहीं ना कहीं आपके माता-पिता बनने पर भी असर पड़ता है.''

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प्रदूषण के बीच खुद की सुरक्षा कैसे करें

बैंगलोर की एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनकोलॉजिस्ट डॉ. एन सपना लुल्ला ने कहा, इस परेशानी का सबसे बड़ा समाधान वायु प्रदूषण कम करना है. अस्थाई तौर पर आप अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए फिल्टर्ड मास्क पहनें, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी डाइट लें और स्मॉग में जाने से बचें. इसके अलावा धूम्रपान और शराब का सेवन कम करके भी आप इस स्थिति से बच सकते हैं."

 

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