Pre-Diabetes Diet: डायबिटीज का खतरा मंडरा रहा है? बचना है तो खाना शुरू कर दें ये चीजें

Pre-Diabetes Diet: डायबिटीज एक आम बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोग को अपनी चपेट में ले सकती है. डायबिटीज की समस्या अचानक से नहीं होती है. डायबिटीज होने से पहले इसके कुछ संकेत और लक्षण दिखाई देते हैं. इस स्थिति को प्री डायबिटीज कहा जाता है. प्री-डायबिटीज को अगर समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो ये कई खतरों के साथ टाइप 2 डायबिटीज बन सकता है.

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ये चीजें कम करती है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा, आज से ही कर दें खाना शुरू (PHOTO/CREDIT: Getty Images) ये चीजें कम करती है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा, आज से ही कर दें खाना शुरू (PHOTO/CREDIT: Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

भारत में डायबिटीज के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर का लेवल अनियंत्रित हो जाता है. इसे कंट्रोल करने के लिए पैनक्रियाज एक हार्मोन को  रिलीज करता है जिसे इंसुलिन कहा जाता है. इंसुलिन नाम का यह हार्मोन ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है. लेकिन जब पैनक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन बहुत कम मात्रा में करता है तो इस स्थिति को टाइप 2 डायबिटीज कहा जाता है. टाइप 2 डायबिटीज का एक मुख्य कारण अनहेल्दी डाइट और खराब लाइफस्टाइल है. 

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टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआती स्टेज को प्री-डायबिटीज कहा जाता है. अगर आपको प्री-डायबिटीज है तो अनुमान लगाया जाता है कि जल्द ही आपको डायबिटीज की समस्या का भी सामना करना पड़ेगा. डायबिटीज की समस्या को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता आप इसे सिर्फ कंट्रोल कर सकते हैं. लेकिन प्री- डायबिटीज की समस्या को जड़ से खत्म कर डायबिटीज के खतरे से मुक्ति पाई जा सकती है. इसके लिए जरूरी है कि आप एक हेल्दी डाइट लें. तो अगर आप भी प्री-डायबिटिक हैं तो कुछ चीजों को डाइट में शामिल कर टाइप 2 डायबिटीज से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं. आइए जानते हैं उन खास चीजों के बारे में -

अगर आप प्री-डायबिटिक हैं तो इन फूड्स से कम हो सकता है टाइप -2 डायबिटीज का खतरा

भिंडी- भिंडी एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीसेकेराइड का एक बड़ा सोर्स है, जो ब्लड शुगर को कम करता है. इसकी  ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता के कारण, भिंडी के बीजों का इस्तेमाल डायबिटीज के नेचुरल ट्रीटमेंट के रूप में बहुत लंबे समय से किया जाता रहा है. 

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पत्तेदार सब्जियां- प्री-डायबिटिक के लिए पत्तेदार सब्जियां काफी फायदेमंद साबित होती हैं. पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में सल्फोराफेन पाया जाता है. सल्फोराफेन एक प्रकार का आइसोथियोसाइनेट है जो ब्लड शुगर को कम करता है. 

नट्स- एक रिसर्च के अनुसार, नट्स और ब्लड शुगर लेवल के बीच एक लिंक होता है. नट्स का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है. बाकी चीजों की  तुलना में, टाइप 2 डायबिटीज रिसर्च में खुलासा हुआ है कि रोजाना 50 ग्राम नट्स का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को  कम किया जा सकता है. 

दालें- प्रोटीन, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स जो बीन्स और दाल में होते हैं, ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं. इनमें हाई लेवल के रेसिस्टेंट स्टार्च और घुलनशील फाइबर शामिल होते हैं. जो काफी धीरे डाइजेस्ट होते हैं और शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित रखते हैं. 

बीज- ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए बीजों को काफी अच्छा माना जाता है. बीजों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं. खासतौर पर, अलसी के बीज ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं. इसके अलावा कद्दू के बीज, चिया सीड्स भी काफी अच्छे माने जाते हैं. 

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 खट्टे फल- कई खट्टे फलों में होने वाली मिठास के बावजूद, रिसर्च में बताया गया है कि ये ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं. खट्टे फलों का जीआई लेवल काफी कम होता है साथ ही तरबूज और अनानास के मुकाबले ब्लड शुगर पर इनका असर काफी कम पड़ता है.

सी फूड- सीफूड में  प्रोटीन, गुड फैट, विटामिन, मिनरल्स, और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं. खासतौर पर फिश और शैलफिश का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है. इसका सेवन करने से खाना खाने के बाद ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है और इससे आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है. 

साबुत अनाज- साबुत अनाजों में फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में फायदेमंद होते हैं. साबुत अनाजों में फाइबर की मात्रा ज्यादा होने से यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं और लंबे समय तक आपका पेट भरा रहता है. 


 

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