कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट ने एक बार फिर पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. WHO लगातार इस नए वेरिएंट को लेकर सावधान रहने की सलाह दे रहा है. नया वैरिएंट भारत में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा संक्रामक हो सकता है. इसके म्यूटेशन को देखते हुए वैरिएंट में इम्यून सिस्टम से बच निकलने की ज्यादा क्षमता है. इसलिए वैश्विक स्तर पर ओमिक्रॉन के फैलने की संभावनाएं भी अधिक हैं. अगर ऐसा हुआ तो भविष्य में कोविड-19 के मामले बढ़ सकते हैं जिसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे. हालांकि, ये परिणाम प्रभावित इलाकों समेत इसके कारकों पर निर्भर करेंगे. फिलहाल पूरी दुनिया के लिए इसे एक बड़ा खतरा माना जा रहा है.
ओमिक्रॉन से कैसे होगा मुकाबला?
WHO का कहना है कि ओमिक्रॉन सहित SARS-CoV-2 के फैल रहे तमाम वैरिएंट्स को बेहतर ढंग से समझने के लिए सर्विलांस और सीक्वेंसिंग के प्रयास बढ़ाने होंगे. जहां तक संभव हो, प्रभावित इलाकों की जांच और प्रयोगशालाओं का मूल्यांकन करें ताकि ओमिक्रॉन के व्यवहार को समझा जा सके. यदि वैरिएंट किसी कम्यूनिटी में फैल रहा है तो इसके लिए कम्यूनिटी टेस्टिंग होनी चाहिए.
PCR टेस्ट में S gene target failure (SGTF) ओमिक्रॉन का संकेत दे सकता है जिससे नए वैरिएंट को आसानी से डिटेक्ट किया जा सकता है. कोविड-19 वैक्सीनेशन कवरेज को जितना संभव हो तेज करें. खासतौर से उस आबादी पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है जो अभी तक अनवैक्सीनेटेड है या पूरी तरह से वैक्सीनेट नहीं हुई है. अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं के दौरान जोखिमों को नजरअंदाज ना करें.
इन बातों का भी रखें ख्याल
इसके अलावा, कुछ खास बातों को भी ध्यान रखने की आवश्यकता है. मास्क पहनें और फिजिकल डिस्टेंस मेंटेन करें. घर या ऑफिस के अंदर पर्याप्त वेंटीलेशन होना जरूरी है. भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. हैंड वॉश करके भी ओमिक्रॉन वैरिएंट के ट्रांसमिशन को रोका जा सकता है. वायरस के ट्रांसमिशन की चेन तोड़ने के लिए हाल में संपर्क में आए लोगों को खोजना जरूरी है.
यह सुनिश्चित करें कि संभावित लहर का जवाब देने के लिए हमारे हेल्थ केयर सिस्टम के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों. इसके अलावा, हेल्थ ऑथोरिटीज को समय-समय पर ओमिक्रॉन या फैल रहे वैरिएंट्स से जुड़ी सही जानकारी लोगों तक पहुंचानी चाहिए. अब तक क्या जानकारी है या क्या पता नहीं चल पाया है और संबंधित ऑथोरिटीज ने इसे लेकर क्या कदम उठाए हैं, ये तमाम बातें लोगों तक पहुंचनी चाहिए.
मिलन शर्मा