कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय का विवाह हरियाणा के यमुनानगर की शिप्रा शर्मा के साथ जयपुर में 5 दिसंबर को हुआ था. उनकी शादी साल 2024 की सबसे चर्चित आध्यात्मिक शख्सियतों की शादियों में से एक रही. शादी और उसके फंक्शंस की फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुईं. इंद्रेश उपाध्याय की युवाओं के बीच जबरदस्त फैन फॉलोइंग है. उनकी शादी के वीडियो (खासकर वरमाला और बारात के वीडियो) यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर लाखों बार देखे गए. ऐसे में कई लोगों ने उनकी शादी पर सवाल उठाए कि एक कथावाचक होकर इतनी शाही शादी क्यों की? इस सवाल का जवाब हाल ही में उन्होंने अपनी कथा में दिया.
पिताजी 52 साल से कर रहे कथा
कथावाचक इंद्रेश ने अपनी कथा में कहा, 'हमारे जीवन का एक नव प्रसंग प्रारंभ हुआ. बहुत लोगों ने प्रेम दिया, बहुत लोगों ने स्नेह दिया, बहुत लोगों ने आशीष दिया. पर मुख में दांत 32 हैं, जीभ बार बार गड्ढे पर ही जाती है. कई लोगों ने कहा महाराज बस याद रहे जीवन में ऐसी शादी हो गई. बाबा भी हो गए हम.'
'बाबा की इतनी बड़ी शादी. बाबा का ये, बाबा का वो....सब लोगों को प्रणाम. हमारे गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने मानस जी के प्रारंभ में खलों को भी प्रणाम किया था. ये होना ही था. मुझे पता था कि ये होगा क्योंकि दुनिया चाहती ही नहीं कि मैं व्यासपीठ से उतरूं, यहीं बैठा रहूं.'
'हमारे पूज्य पिताजी महाराज 52 वर्षों से कथा कर रहे हैं. यहां पर कितने लोग ऐसे हैं जिनकी आयु 52 से कम होगी. अरे आजकल के भारत में सब्जी बेचने वाले व्यक्ति भी अगर 4 साल लगातार सब्जी बेच लेते हैं तो भी उनका भी इतना हो जाता है कि वो अपना घर भी बम्बई में बना सकें. तो इतना योग्य हो गया है भारत.'
'वो (मेरे पिताजी) अपने पुत्र का विवाह अच्छे से करें तो इसमें क्या है? और भाई सबने सब बातें कह दीं लेकिन किसी ने एक बार भी ये नहीं कहा. उस विवाह में एक वस्तु भी प्याज-लहसुन वाली नहीं थी.'
'नॉन ओनियन-गार्लिक विवाह था. और सुनो नॉन-अल्कोहॉलिक विवाह था. मुझे बहुत लोग बोले ये बोलना, वो बोलना, ये मत बोलना....मैंने कहा मैं कुछ नहीं, कथा करने जा रहा हूं. मुझको आमंत्रित किया है.'
'ठीक है. बोलना तभी चाहिए जब साथ में कोई खड़ा हो और मेरे पास मेरी भागवत जी हैं. इनके सानिध्य में आ कर के मैं थोड़ा तो कुछ कह सकता हूं. नहीं तो अतिशय मौन भी दोष धारण करा देता है.'
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क