Curd For Acidity: क्या दही खाने से मिल सकता है एसिडिटी से छुटकारा? जानें एक्सपर्ट की राय

Curd For Acidity: एसिडिटी से लड़ने के लिए जो सबसे पहला घरेलू उपचार लोगों के जेहन में आता है वह दही खाना है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है. हालांकि, क्या कभी आपने कभी सोचा है कि दही खाना सही में एसिडिटी के लिए सही में फायदेमंद है?

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दही दही

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

आज कल के बिगड़े खानपान के चलते ज्यादातर लोगों में डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं देखने को मिलती हैं. जहां कुछ लोग अपच और कब्ज जैसी परेशानियों से जूझते हैं, वहीं बहुत से ऐसे होते हैं जिन्हें एसिडिटी की समस्या होती है. एसिडिटी की बात करें तो यह एक आम समस्या है, जिससे हममें से कई लोग समय-समय पर जूझते हैं. चाहे यह आपके सीने में जलन हो या आपके मुंह का कड़वा स्वाद हो सभी कुछ एसिडिटी का असर माना जाता है.

एसिडिटी अक्सर मसालेदार खाने, स्ट्रेस या किसी भी समय कुछ भी खाने जैसी की आदतों की वजह से होती है. इन आदतों के कारण पेट में मौजूद एसिड वापस इसोफेगस में फ्लो करने लगता है. जब ऐसा होता है तो लोग अक्सर दवाइयों की तरफ भागते हैं, लेकिन बहुत से घरेलू उपचार को चुनते हैं. एसिडिटी से लड़ने के लिए जो सबसे पहला घरेलू उपचार लोगों के जेहन में आता है वह दही खाना है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है. हालांकि, क्या कभी आपने कभी सोचा है कि दही खाना सही में एसिडिटी के लिए सही में फायदेमंद है? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं एक्सपर्ट्स की राय.

क्या एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकती है दही?

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कई लोगों का मानना ​​है कि दही एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है, लेकिन एक्सपर्ट की मानें तो यह एकदम उल्टा काम कर सकती है. आयुर्वेदिक हेल्थ कोच डिंपल जांगड़ा के अनुसार, दही को आयुर्वेद में सबसे भारी खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है. इसका खट्टा होना और इसका फर्मेंटेड नेचर बॉडी हीट के साथ रिएक्ट कर सकता है और एसिड रिफ्लक्स को बदतर कर सकती है.

एसिडिटी का एहसास होने पर दही खाने से बॉडी टेंपरेचर बढ़ सकता है और आपकी आंत में फर्मेंटेशन भी बढ़ सकता है, जिससे और ज्यादा परेशानी हो सकती है. ऐसे में दही राहत देने के बजाय, एसिडिटी की स्थिति को और ज्यादा खराब कर सकती है.

दही के बजाय क्या खाएं?
डॉ. जांगडा के अनुसार, अगर आपको एसिडिटी की समस्या है तो आप दही के बजाय छाछ पर स्विच कर सकते हैं. छाछ हल्की होती है और इसकी तासीर ठंडी होती है. ऐसे में यह शरीर को ठंडक प्रदान करती है. यह परेशानी को कम करते हुए डाइजेस्टिव सिस्टम को शांत करने में मदद कर सकती है.

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