> एक औरत थाली लेकर मंदिर जा रही थी.
अचानक एक आदमी आता है और बोलता है
आदमी- बहन जी पिंकी आपकी ही बेटी हैं ना ?
औरत- हां तो
आदमी- आपको पता है आपकी बेटी कॉलेज जाने के बहाने कहां जाती है
औरत- मेरे को क्या?
आदमी लेकिन वो तो आपकी बेटी है
औरत तो फिर तेरे को क्या!
> एक खूबसूरत लड़की बस स्टैंड पर खड़ी थी...
गोलू बोला- चांद तो रात में निकलता है, आज दिन में कैसे निकल आया?
लड़की बोली- अरे, उल्लू तो रात को बोलता था, आज दिन में कैसे बोल रहा है.
> किसी शादी में पंडित जी ने दूल्हे का हाथ दुल्हन के हाथ में थमा दिया.
एक बच्चा ये देख रहा था, उसने अपने पिता से पूछा -पिताजी दूल्हा और दुल्हन आपस में हाथ क्यों मिला रहे हैं?
पिता ने उत्तर दिया - बेटा, पहलवान अखाड़े में उतरने से पहले हाथ जरूर मिलाते हैं.
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> मास्टर जी- 'संगठन में ही शक्ति है' का एक अच्छा सा उदाहरण दो.
छात्र- जेब में एक बीड़ी हो तो टूट जाती है और पूरा बंडल हो तो नहीं टूटता.
अब मास्टर जी के समझ नहीं आ रहा डांटू या तारीफ करूं?
> पत्नी चिल्ला कर बोली- आज शाम को जल्दी घर आ जाना
पति- क्यों कुछ खास है क्या?
पत्नी- मायके से रिश्तेदार आ रहे हैं
पति- मेरा दिमाग मत खाओ, मैं बिजी हूँ, कौन-कौन आ रहा है?
पत्नी- मेरी दोनों छोटी बहनें आ रही हैं
पति खुश होकर- अरे डार्लिंग, तुम्हारे रिश्तेदार मतलब मेरे रिश्तेदार.
> लड़की- स्टेशन तक के कितने पैसे लोगे?
रिक्शावाला- मैडम बीस रुपये.
लड़की (हैरान सा मुंह बनाते हुए)- स्टेशन के बीस रुपये?
रिक्शावाला- हां मैडम, स्टेशन पूरा दो किलोमीटर है यहां से.
लड़की (हाथ से इशारा करते हुए) ये तो रहा स्टेशन.
रिक्शावाला- मैडम हाथ पीछे कर लो, कही रेल के नीचे ना आ जाए.
> सुबह-सुबह पत्नी नींद से उठते ही बोली, “अजी सुनते हो?”
पति- बोलो! क्या हुआ?”
पत्नी- मुझे सपना आया कि आप मेरे लिए हीरों का हार लेकर आए हो
पति- ठीक है, तो वापिस सो जाओ और पहन लो.
अंत में दोनों सुनार की दुकान पर दिखाई दिए और पति का बैंक बैलेंस हो गया खाली.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)
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