Jokes: पति-पत्नी की मजेदार नोंकझोंक सुनकर छूट जाएगी हंसी, पढ़िए वायरल चुटकुले

अगर आपका पूरा दिन बोरिंग भरा रहा है तो मायूस होने के की जरूरत नहीं है. आपको हंसाने और खिलखिलाने के लिए हम लेकर आए हैं ये मजेदार चुटकुले, जो फनी होने के साथ लोटपोट करने वाले हैं. आइए पढ़ते हैं और खिलखिलाकर ठहाके मारते हैं.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 10 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST

बीवी - एक बात बोलूं?
पति - बोलो
बीवी - मारोगे तो नहीं ?
पति - नहीं तो, क्या बात है?
बीवी - मैं प्रेग्नेंट हूं..
पति - अरे वाह.. अच्छी खबर …. तुम डर क्यों रही थी?
बीवी - कॉलेज के दिनों में पापा को बताया था तो बहुत
मार पड़ी थी…! पति बेहोश!

 

पति- मेरे सीने में बहुत तेज दर्द हो रहा है, 
जल्दी से एंबुलेंस के लिए कॉल लगाओ
पत्नी- हां, लगाती हूं
अपने मोबाइल का पासवर्ड बताओ
पतिः रहने दो, अब थोड़ा ठीक लग रहा है.

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पति-पत्नी एक ही प्लेट में गोलगप्पे खा रहे थे
एक दूसरे की आंख में आँख डाले पत्नी ने रोमांटिक हो कर पूछा !
ऐसे क्या देख रहे हो जी?
पति: थोड़ा आराम से खा, मेरी बारी ही नहीं आ रही…!!!
 

ऐसे ही मजेदार चुटकुले पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

 

पति- आजकल तुम ना सिगरेट पीने से रोकती हो,
ना शराब पीने से, क्या सब शिकायतें खत्म?
पत्नी- नहीं…
वो क्या है ना…LIC वाला परसों ही पोलिसी के सब फायदे बता कर गया है…!!!

 

पत्नी- क्यों जी रोज सुबह मेरे चेहरे पे पानी क्यों डालते हो
पति- क्योंकि तुम्हारे पिताजी ने कहा था
मेरी बेटी फूल की तरह है इसे मुरझाने मत देना…!!!

 

नई-नई शादी के बाद पत्नी के हाथ का खाना पति ने पहली बार खाया…
मिर्च अधिक तेज थी, फिर भी वह बात बिगाड़ना नहीं चाहता था.
पति – खाना बहुत अच्छा बना है.
पत्नी – लेकिन, आप रो क्यों रहे हैं?
पति – खुशी के कारण!
पत्नी – और दूं?
पति – नहीं, मैं ज्यादा खुशी बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा…!!!

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पत्नी- अगर मेरी किसी राक्षस के साथ भी शादी हो 
जाती तो भी मैं इतना दुखी न होती जितनी तुम्हारी साथ हूं
पति- पगली !! खून के रिश्तों में कहां शादी होती है. 

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)

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