Majedar Chutkule: मानसिक उलझनों से दूर रहने के लिए और खूब हंसने-हंसाने का माहौल बनाए रखने के लिए हंसने-मुस्कराना जरूरी है. इससे इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे दिल की बीमारियों की संभावना कम होती है. इसीलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं जोक्स का पिटारा, जिन्हें पढ़कर आप अपनी हंसी कंट्रोल नहीं कर पाएंगे.
> देहाती लड़की को पेड़ पर बैठा देख एक आंटी बोली...
वहां क्यों बैठी है?
लड़की-सेब खाने
महिला-पर यह तो आम का पेड़ है!
लड़की-ओ, आंटी, चौधराईन मत बनो
सेब लेकर आई हूं.
> रमेश- बचपन में मां की बात सुनी होती तो आज ये दिन न देखने पड़ते.
सुरेश- क्या कहती थीं तेरी मां?
रमेश - जब बात ही नहीं सुनी तो मुझे क्या पता, क्या कहती थीं.
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> पत्नी- सुनो, मेरा भी फेसबुक पर अकाउंट बना दो.
पति- तुम्हें फेसबुक चलानी आती है ?
पत्नी- आप चलना मैं पीछे बैठ जाउंगी.
> बबलू- अरे यार, मैं जो भी काम शुरू करता हूं
मेरी पत्नी हर बार बीच में आ जाती है.
चकलू- तू ट्रक चला कर देख, शायद किस्मत साथ दे दे.
> बेटा- मुझे शादी नहीं करनी. मुझे सभी औरतों से डर लगता है.
पिता- कर ले बेटा! फिर एक ही औरत से डर लगेगा, बाकी सब अच्छी लगेंगी.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)
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