इस वीडियो में हम आपको बताएंगे BRICS है क्या, ये कैसे और कब शुरू हुआ, इसमें कौन-कौन से देश शामिल हैं इसकी क्या अहमियत है और BRICS की कौन- कौन सी समस्याएं और विवाद हैं चलिए बताते हैं.
BRICS में पांच देश शामिल हैं ब्राज़ील, रशिया, इडिया, चाइना और साऊथ एफ्रीका. इन सभी देशों के नाम के पहले अक्षर से ही BRICS बना है. ये समिट हर साल होता है जिसमें इन पांचों देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होते हैं. भारत साल 2012 और साल 2016 में दो बार इस समिट की मेज़बानी कर चुका है .
ये संगठन काफी मज़बूत है जिसमें दुनिया के तीन बड़े देश चीन ,इंडिया और रशिया शामिल हैं लेकिन कोई भी पश्चिमी देश इस ग्रुप में शामिल नहीं है. साउथ अफ्रीका के इस संगठन का हिस्सा बनने से पहले इसे BRIC कहा जाता था. BRIC के बनने का सिलसिला साल 2006 से ही शुरू हो गया था जब चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने new york में एक हाईलेवल मीटिंग कर इसका ब्लूप्रिंट तैयार किया था लेकिन BRIC का पहला सम्मेलन साल 2009 में रशिया में हुआ और साल 2011 में साउथ अफ्रीका के जुड़ने के साथ ही इसका नाम BRICS हो गया.
BRICS की अहमियत जानने के लिए इसके सदस्य देशों की अहमियत को समझना ज़रूरी है. चाईना, इंडिया, और रशिया की बात करें तो ये देश दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश हैं और उधर ब्राजील लेटिन अमेरिका का अहम देश है तो वहीं साऊथ अफ्रीका, अफ्रीका कॉन्टिनेंट का एक बड़ा देश है. दुसरे शब्दों में कहें तो BRICS देशों की सीमाएं दुनिया के एक छोर से दुसरे छोर तक फैली हुई हैं.
इन देशों की कुल अर्थव्यवस्था लगभग 16 खरब डॉलर है. दुनिया की टोटल GDP का 30 परसेंट हिस्सा इन्हीं देशों का है. दुनिया में जितना भी व्यापार होता है उसका 18 परसेंट व्यापार भी यही देश करते हैं और सबसे बड़ी बात दुनिया की लगभग 50 परसेंट आबादी इन्हीं 5 देशों में बसती है. इसलिए ये देश रीजनल और ग्लोबल मामलों पर ज्यादा प्रभाव डालते हैं. इन देशों का विदेशी मुद्रा रिसर्व 4 खरब डॉलर का है.