यूपी में बीजेपी के एक विधायक खुद अपनी दादागीरी की मिसाल पेश करते नजर आए. मौका मोदी सरकार के 3 साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम का था. मुजफ्फरनगर के खतौली में पार्टी कार्यकर्ताओं को विधायक विक्रम सैनी ने एक पुलिस अधिकारी को जमकर लताड़ लगाने और धमकाने का वायका सुनाया और धौंस जमाने की कोशिश की. दरअसल पुलिस वाले ने बगैर कागजात जा रहे एक कार्यकर्ता का चालान काटा था. जब कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत बीजेपी विधायक से की तो कैसे उन्होंने उस पुलिसवाले को फटकार लगाई, इसी के बारे में वो कार्यकर्ताओं को बता रहे थे. विधायक ने खुद बताया कि कैसे उन्होंने कहा कि कागज हो ना हो, बीजेपी कार्यकर्ता को जाने दिया जाए. कानून को ताकपर रखकर विधायक खुद की सरकार होने का हवाला देते हुए कानून तोड़ने का जिक्र करते रहे.