उरी हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव पहुंचे तो उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े. जौनपुर में शहीद राकेश सिंह का पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके छह साल के बेटे को देख हर किसी की आंखें भर आईं.