भोपाल गैस त्रासदी के 34 साल पूरे हो गए हैं लेकिन ज्यादातर लोग मुआवजे से महरूम हैं. पीड़ितों ने विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाने की तैयारी कर ली है. कई पीड़ितों ने अपने घर के आगे पोस्टर चिपका दिए हैं जिसमें लिखा है कि मुआवजा नहीं तो वोट नहीं. 2 दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड में हादसा हुआ था जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी.
Clarion call from Bhopal gas tragedy victims, threaten to boycott Madhya Pradesh assembly polls.