बेशक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिस्टम में बदलाव की बात पर जोर देते हैं. आम आदमी आर्थिक सुधार में सरकार के साथ खड़ा भी है. लेकिन इसका कतई ये मतलब नहीं कि उसकी जिदंगी से चैन छीन लिया जाए. देश के कई इलाकों के एटीएम से नोट गायब होने के बाद हड़कंप मचा है. लोग इसे डेढ़ साल के अंदर एक और नोटबंदी से तुलना कर देख रहे हैं.