उत्तराखंड के लिए एक अच्छी खबर आई है कि साल 2024 तक हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच मेट्रो ट्रेन चल सकेगी. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई यूनिफाइड मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (यूएमटीए) की बैठक में मेट्रो रेल परियोजना के प्लान को मंजूरी दे दी गई. सीएमपी प्लान के तहत दो चरणों में तीन शहरों हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून के बीच मेट्रो लाइट ट्रेन संचालित की जाएगी. इस दिशा में सरकार ने कदम बढ़ाते हुये जल्द डीपीआर पूरी करने के आदेश दे दिये हैं.
उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार से ऋषिकेश तक मेट्रो ट्रेन चलाने का फैसला किया है. दूसरे चरण में नेपाली फार्म से देहरादून तक मेट्रो ट्रेन संचालित की जाएगी. हरिद्वार से ऋषिकेश तक 20 मेट्रो रेलवे स्टेशन बनेंगे. करीब 31 किलोमीटर की रेल लाइन बनाने का लक्ष्य रखा गया है. शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि मेट्रो ट्रेन को लेकर हुई हाई लेवल की बैठक में यह फैसला हुआ है कि राजधानी देहरादून में रोपवे का निर्माण किया जाएगा. साथ ही हरिद्वार में पीआरटी संचालित की जाएगी.
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मदन कौशिक का कहना है कि मेट्रो ट्रेन के संचालन को लेकर सरकार गंभीरता के साथ तैयारी कर रही है. जल्द ही मेट्रो ट्रेन के निर्माण को लेकर टेंडर जारी किए जाएंगे. मेट्रो ट्रेन के संचालन ट्रेन चलाने में करीब 11000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. उनका कहना है कि 2024 तक ट्रेन का संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने बताया कि यूएमटीए की बैठक में मेट्रो रेल, रोपवे और पीआरटी को मंजूरी दी गई है. हरिद्वार से ऋषिकेश और नेपाली फार्म से देहरादून तक मेट्रो रेल बनने से लोगों को आरामदायक सफर मिलेगा. वहीं, देहरादून में रोपवे और हरिद्वार में पर्सनल रेपिड ट्रांसपोर्ट (पीआरटी) यानी पॉड कार का निर्माण किया जाएगा. इससे लोगों को शहर में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी.
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सरकार का मनाना है कि मेट्रो रेल 2024 तक तैयार हो जाएगी. वहीं, रोपवे और पीआरटी का निर्माण कार्य शुरू होने के एक साल के भीतर पूरा हो जाएगा. हरकी पैड़ी से चंडी देवी और ऋषिकेश से नीलकंठ के लिए रोपवे की मंजूरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी से चंडी देवी और ऋषिकेश से नीलकंठ के लिए रोपवे का निर्माण किया जाएगा. इन धार्मिक स्थलों के लिए रोपवे बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
दिलीप सिंह राठौड़