नैनीताल: गरीबी की दुहाई देकर राशन मांग रहे थे नेपाली मजदूर, तलाशी ली तो निकले हजारों रुपये

एक तरफ ये नेपाली लोग पुलिस से रोते-बिलखते मदद की गुहार कर रहे थे, तो दूसरी ओर एक अलग ही माजरा सामने आया. लाइन में खड़े इन नेपाली मजदूरों की जब पुलिस ने तलाशी ली तो उनमें से एक की जेब से 38000 रुपये और दूसरे की जेब से 25000 रुपये और उनके साथ मौजूद अन्य नेपाली मजदूरों की जेब से ढाई से 3000 रुपये की रकम बरामद हुई.

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नेपाल में भी कोरोना वायरस की महामारी (फाइल फोटो-PTI) नेपाल में भी कोरोना वायरस की महामारी (फाइल फोटो-PTI)

  • राशन मांगते मजदूरों की जेब से निकले हजारों रुपये
  • राशन वितरण की लाइन में दिख रहे बाहरी मजदूर

नैनीताल में लॉकडाउन ने ज्यादातर दिहाड़ी मजदूरों की आमदनी पर भी लॉक लगा दिया है. ऐसे गरीबों के आगे खाने का बड़ा संकट पैदा न हो इसके लिए प्रशासन, स्वयंसेवी और समाजसेवी संस्थाएं आगे आकर हर स्तर पर जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही हैं. रविवार को नैनीताल के फ्लैट्स मैदान में राशन वितरण के वक्त लाइन में लगे कुछ नेपाली मजदूरों को देखकर नैनीताल कोतवाल को शक हुआ कि ये चेहरे एक-दो दिन से लगातार अनाज वितरण के वक्त दिखाई दे रहे हैं.

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एक तरफ ये नेपाली लोग पुलिस से रोते-बिलखते मदद की गुहार कर रहे थे, तो दूसरी ओर एक अलग ही माजरा सामने आया. लाइन में खड़े इन नेपाली मजदूरों की जब पुलिस ने तलाशी ली तो उनमें से एक की जेब से 38000 रुपये और दूसरे की जेब से 25000 रुपये और उनके साथ मौजूद अन्य नेपाली मजदूरों की जेब से ढाई से 3000 रुपये की रकम बरामद हुई. इसे देख कर वहां उपस्थित हर कोई दंग रह गया.

हालांकि नेपाली मजदूर की हालत देखकर कहीं से भी नहीं लग रहा रहा था कि उसके पास इतनी मोटी रकम होगी. लेकिन पुलिस को किसी वजह से उन नेपाली मजदूरों पर शक हुआ, जिसके बाद मजदूरों की तलाशी ली गई और उनकी जेब से हजारों रुपये निकले.

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इसके बाद पुलिस ने उन मजदूरों के ठिकानों पर तलाशी ली, जहां पर्याप्त मात्रा में खाने-पीने का सामान पुलिस को मिला. पुलिस ने उन मजदूरों को रुपये वापस कर जमकर फटकार लगाई और सख्त हिदायत देकर छोड़ा. बता दें कि ऐसे ही कई लोग आए दिन पैसे होने के बावजूद भी राशन मांगने थाने पहुंच रहे हैं, जिनकी वजह से असली जरूरतमंद मदद से वंचित रह जाते हैं.

नैनीताल में कई ऐसे परिवार हैं, जिन्हें वास्तव में आर्थिक मदद की जरूरत है लेकिन कुछ तो सोशल मीडिया में अपनी फोटो आने की वजह से शर्म करते हैं और राशन इत्यादि नहीं ले पाते. वही दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनकी जेबें भले ही भरी हों पर वे राशन मांगने की कतार में सबसे आगे खड़े दिखाई देते हैं.

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