योगी सरकार का आज अनुपूरक बजट, कई योजनाओं को मिलेगी रफ्तार

सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल वित्त वर्ष 2019-20 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेंगे. अनुपूरक बजट करीब साढ़े 15 हजार करोड़ का होने की संभावना है.

Advertisement
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो-IANS) यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो-IANS)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 9:36 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को प्रदेश कैबिनेट की बैठक हो रही है, जिसमें कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. कैबिनेट की बैठक के बाद सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल वित्त वर्ष 2019-20 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेंगे. अनुपूरक बजट करीब साढ़े 15 हजार करोड़ का होने की संभावना है.

सूत्रों की मानें तो कैबिनेट की बैठक में उत्तर रेलवे के लखनऊ-बाराबंकी रेलवे लाइन के किसान पथ (फैजाबाद रोड से मोहनलालगंज रोड तक) उपरिगामी सेतु निर्माणाधीन हैं. लोक निर्माण विभाग ने इसे पूरा करने की कार्य-योजना कैबिनेट के विचार के लिए भेजी है.  इसके अलावा शाहजहांपुर, बरेली व मुरादाबाद में अटल नवीकरण और शहरी रूपांतरण मिशन के तहत सैप साल 2017-20 के अंतर्गत सीवरेज योजना से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी दी जा सकती.  

Advertisement

गंगा और अयोध्या पर फोकस

साथ ही इस बजट में गंगा और अयोध्या को बड़ा फोकस मिलने की संभावना है. इसके अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर व विकास से जुड़ी चालू योजनाओं को पूरी रफ्तार मिलेगी. सरकार कई नई योजनाओं का ऐलान कर सकती है. बता दें कि कुंभ के दौरान प्रयागराज में आयोजित कैबिनेट बैठक में पश्चिमी यूपी के मेरठ से पूर्वांचल के प्रयागराज को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे बनाने का फैसला हुआ था, लेकिन सरकार ने आम बजट में इसके लिए पैसे आवंटित नहीं किए गए थे. ऐसे में अनुपूरक बजट में इस प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाने के लिए बजट का ऐलान हो सकता है.

मेरठ से पूर्वांचल के प्रयागराज को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे  600 किमी. लंबे इस प्रोजेक्ट पर चरणबद्ध तरीके से करीब 36 हजार करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को आगे बढ़ाने के लिए भी बजट मिलने की उम्मीद है.

Advertisement

धार्मिक एजेंडे की छाप योगी सरकार के इस अनुपूरक बजट में नजर आ सकती है. अयोध्या के पर्यटन विकास के लिए 100 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. इसमें भगवान राम की मूर्ति की स्थापना से जुड़े प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलने की संभावना है. इसी तरह नैमिषारण्य के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये मिल सकता है तो आगरा के मुगल म्यूजियम के लिए भी 10 करोड़ मिलने की संभावना है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement