पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुई बी चंद्रकला, ED को भेजा दस्तावेजों का पुलिंदा

सूत्रों के मुताबिक ED को बी चंद्रकला से कई कागजातों की दरकार है. चंद्रकला के हमीरपुर के जिलाधिकारी रहते वक्त जारी किए गए मोरंग खनन के पट्टों की पूरी फेहरिश्त ईडी ने मांगी है. इसके अलावा जिन लोगों ने आवेदन किया था और जिन्हें पट्टे दिए गए थे उनके आवेदन की पूरी प्रक्रिया के दस्तावेज भी ED मांग सकती है.

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फाइल फोटो (आजतक) फाइल फोटो (आजतक)

शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 25 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST

आईएएस बी चंद्रकला ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के नोटिस पर पूछताछ के लिए खुद तो नहीं पहुंची, लेकिन उनके वकील दस्तावेजों की लंबी-चौड़ी गठरी लेकर ED के दफ्तर पहुंचे. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने यूपी में खनन घोटाले के मामले में बी चंद्रकला को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था.

सूत्रों के मुताबिक ED को बी चंद्रकला से कई कागजातों की दरकार है. इनमें से कुछ अहम दस्तावेज इस प्रकार हैं.

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- चंद्रकला के हमीरपुर के जिलाधिकारी रहते वक्त जारी किए गए मोरंग खनन के पट्टों की पूरी फेहरिश्त.

- जिन लोगों ने आवेदन किया था और जिन्हें पट्टे दिए गए थे, उनके आवेदन की पूरी प्रक्रिया के दस्तावेज.

- पट्टे देने के लिए ई-टेंडर की व्यवस्था थी तो किन परिस्थियों मे बिना टेंडर के पट्टे आबंटित किए गए. किसके आदेश से नियमों को बदला गया, इसके भी दस्तावेज ईडी ने चद्रकला से मांगे हैं.

- क्या पट्टे सरकार में बैठे मंत्रियों या किसी संगठन के नेता के लोगों/करीबियो या रिश्तेदारों को भी दिए गए?

- क्या बी. चंद्रकला को किसी विशेष व्यक्ति को पट्टा देने का निर्देश तत्कालीन खनन मंत्री अखिलेश यादव और गायत्री  प्रजापति से भी मिला था.

- जिन लोगों को पट्टे दिए गए क्या उनकी प्रोफाइल विभाग के पास है.

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सूत्रों के मुताबिक चंद्रकला के वकीलों ने उपरोक्त वर्णित दस्तावेजों में से कई दस्तावेज ED को सौंपे हैं. लेकिन चंद्रकला द्वारा दिए गए कागजातों से विभाग संतुष्ट नही है. लिहाज तय है कि आनेवाले दिनों मे चंद्रकला को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होना ही पड़ेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक ED आईएएस चंद्रकला से जानना चाहता है कि 31 मई 2012 को जो खनन पट्टे आवंटित किए गए थे उनमें सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के परिवारवाले, हरिहर मिनरल्स के जगदीश सिंह और करन सिंह के नाम पर कई पट्टे जारी किए गए. क्या सभी पट्टों को जारी करने की अनुमति तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के द्वारा की गयी थी?

इसके अलावा भी प्रवर्तन निदेशालय को बी चंद्रकला से कई सवालों के जवाब चाहिए. इनमें कुछ अहम सवाल इस प्रकार हैं.

- आईएएस बी. चंद्रकला से ईडी ये भी पूछ सकती है कि खनन अधिकारी मोईनुद्दीन, खनन लिपिक रामआसरे प्रजापति,  पट्टाधारक अंबिका तिवारी, बसपा नेता व पट्टाधारक संजय दीक्षित, सत्यदेव दीक्षित, जालौन निवासी पट्टाधारक रामअवतार सिंह, लखनऊ निवासी आदिल खान से वो कब और कहां संपर्क में आईं?

- आईएएस अफसर बी. चंद्रकला ने  सीबीआई की छापेमारी से 10 दिन पहले ही तेलंगाना में एक प्रॉपर्टी  खरीदी थी. 27 दिसंबर को तेलंगाना के मलकानगिरि में 22.50 लाख रुपये में खरीदी  इस प्रॉपर्टी के लिए कोई लोन नहीं लिया गया. ईडी इस विषय पर डिक्लेयरेशन ना दिए जाने की वजह जानना चाहती है. साफ है कि फिलहाल ED के पास सवालों की लंबी सूची है, और वह फिलहाल बी चंद्रकला द्वारा दिए गए दस्तावेजों का अध्ययन कर रही है. 

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