UP: मैदान में मिले हजारों कंडोम के पैकेट, चुपचाप उठाकर चलते बने लोग

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक खाली जगह पर हजारों कंडोम के पैकट देखकर लोग दंग रह गए. हालांकि कुछ लोग इस दौरान नजर बचाकर कंडोम के पैकेट उठाकर वहां से चलते बने. कंडोम के पैकेट पर NACO और HIV हेल्पलाइन नंबर भी लिखा हुआ था और यह कंडोम मुफ्त में दिया जाना था.

Advertisement

सौरभ पांडे

  • पीलीभीत,
  • 22 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST
  • पीलीभीत में खुले में मिले हजारों कंडोम के पैकेट
  • स्वास्थ्य विभाग ने कहा, अब नहीं किया जा सकता इस्तेमाल

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में लोग उस वक्त चौंक गए जब उन्होंने एक जगह कंडोम के हजारों पैकेट को देखा. आते-जाते कुछ लोग उसे देखकर हैरान थे वहीं कुछ लोग नजर बचाकर कंडोम जेब में रखकर वहां से चलते बने. मामला पीलीभीत शहर के नखासा मोहल्ले का है.

खुले में कंडोम के हजारों पैकेट मिलने के करीब 24 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर लगी. जिसके बाद विभाग के लोगों ने खानापूर्ति करते हुए कुछ डिब्बों को उठाया और वहां से चले गए.  

Advertisement

सोमवार (21 मार्च) को नखासा मोहल्ले में एक खाली जगह पर लोगों ने इस कंडोम के ढेर को देखा था. पहले तो लोगों को लगा कि एक्सपायर (उपयोग लायक नहीं) होगा  लेकिन जब पैकेट को उठा कर देखा तो कंडोम की एक्सपायरी डेट साल 2024 की थी.

खुले में  मिले कंडोम के पैकेट पर नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) और HIV हेल्पलाइन नंबर 1097 के साथ ही गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फ्री सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा हुआ है. इसका मतलब हुआ कि ये कंडोम बेचने के लिए नहीं बल्कि लोगों को मुफ्त देने के लिए था.    

बड़ी संख्या में खुले में कंडोम पाए जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य महकमे के CMO डॉ आलोक कुमार ने कहा कि ये जमीन पर पड़े हुए मिले हैं, अब इनका दोबारा  इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. हालांकि उससे पहले ही कई लोग चुपचाप कंडोम के पैकेट लेकर वहां से चले गए थे.

Advertisement

अब ऐसे में सवाल उठ रह हैं कि आखिरकार वहां पर हजारों कंडोम के पैकेट को किसने और क्यों फेंका. बता दें कि भारत सरकार इन कंडोम को naco द्वारा जिलों में काम कर रहे  NGO को देती है ताकि लोकलज्जा के कारण दुकानों और सरकारी अस्पतालों से जो लोग कंडोम नहीं खरीद पाते हैं वैसे लोगों के घर तक इसे पहुंचाया जाए.

हालांकि  NGO चलाने वाले लोग खानापूर्ति कर इसकी जानकारी विभाग को भेज देते हैं और कंडोम बर्बाद हो जाता है. इससे ना सिर्फ पैसों की बर्बादी होती है बल्कि सरकारी योजनाओं को भी पलीता लगता है.

ये भी पढ़ें: 


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement