तेलंगाना के भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक केटी रामाराव (KTR) के खिलाफ एंटी-करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार को FIR दर्ज की है. यह मामला पिछली सरकार के दौरान हैदराबाद में आयोजित फॉर्मूला-ई रेस में गड़बड़ी से जुड़ा है.
FIR के अनुसार केटीआर को इस केस में मुख्य आरोपी बनाया गया है. उनके साथ म्यूनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन एंड अर्बन डेवलपमेंट के प्रमुख सचिव रहे अरविंद कुमार और पूर्व HMDA (हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) के चीफ इंजीनियर बीएलएन रेड्डी को भी आरोपी बनाया गया है.
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तेलंगाना के राज्यपाल जिश्नु देव वर्मा द्वारा KTR पर केस चलाने की अनुमति मिलने के कुछ दिनों बाद यह FIR दर्ज की गई.
FIR में आरोप है कि BRS नेता ने फॉर्मूला-ई आयोजकों, एक विदेशी कंपनी, को कैबिनेट की मंजूरी के बिना भुगतान की अनुमति दी. HMDA ने RBI की गाइडलाइन्स का उल्लंघन करते हुए दो किस्तों में 45 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. इससे तेलंगाना सरकार पर RBI ने 8 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया, जिसे दिसंबर 2023 में कांग्रेस सरकार ने चुकाया.
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केटीआर, जो पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे हैं, BRS सरकार के दौरान म्यूनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन मंत्री थे. उन्होंने पिछले साल हैदराबाद में पहली फॉर्मूला-ई रेस के आयोजन में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, इस साल फरवरी में प्रस्तावित रेस कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद रद्द कर दी गई.
ACB ने उन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, फंड के दुरुपयोग और विश्वासघात का आरोप लगाया है.
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केटीआर ने FIR पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह कानूनी तरीके से मामले का जवाब देंगे. वहीं, BRS ने कांग्रेस सरकार पर आधारहीन आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार ने तेलंगाना के हित में काम किया था.
अपूर्वा जयचंद्रन