कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव नेत्रावती नदी में मिला है. वीजी सिद्धार्थ सोमवार शाम 6.30 बजे से लापता थे. वे अपने ड्राइवर के साथ टहलने के लिए कार से निकले थे. मैंगलोर में नेत्रावती नदी के ऊपर बने पुल पर वे उतर गए थे और अपने ड्राइवर को इंतजार करने को कहकर टहलने चले गए थे. यहीं से वो लापता हो गए थे. बुधवार सुबह होइजी बाजार के पास नेत्रावती नदी में उनकी लाश मिली है.
वीजी सिद्धार्थ के साथ हुए दुखद घटनाक्रम पर भारत से फरार बिजनेसमैन विजय माल्या ने प्रतिक्रिया दी है. माल्या ने वीजी सिद्धार्थ को शानदार इंसान और तेजतर्रार व्यवसायी बताया है. माल्या ने वीजी सिद्धार्थ के साथ हुए घटनाक्रम के लिए भारत की सरकारी एजेंसियों और बैंकों को जिम्मेदार बताया है. माल्या ने कहा है कि सरकारी एजेंसियां और बैंक किसी को भी मायूस और नाउम्मीद कर सकती हैं. माल्या ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि देखिए मेरे साथ क्या हो रहा है जबकि मैं पूरे कर्जा चुकाने को तैयार हूं.
माल्या ने ट्वीट किया, "मैं अप्रत्यक्ष रूप से वीजी सिद्धार्थ से जुड़ा हुआ हूं, जबर्दस्त इंसान और शानदार बिजनेसमैन हैं. मैं उनके पत्र की में लिखी गई बातें देखकर टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं, सरकारी एजेंसियां और बैंक किसी व्यक्ति को भी निराशा में डाल सकती हैं. देखिए मेरे द्वारा कर्ज चुकाने के ऑफर के बावजूद वे लोग मेरे साथ क्या कर रहे हैं. ये अनैतिक और निर्मम है."
भारत के सरकारी बैंकों का 9000 करोड़ लेकर फरार हुए माल्या इस वक्त लंदन में हैं. उन्हें भारत प्रत्यर्पित करने का मुकदमा लंदन की अदालत में चल रहा है. माल्या ने एक दूसरे ट्वीट करते हुए कहा, "पश्चिमी देशों में सरकार और बैंक कर्जदार को उसका कर्ज चुकाने में उसकी मदद करते हैं. मेरे मामले में वे हर तरह से इसमें रोड़ा अटका रहे हैं, और मेरी संपत्ति जब्त करने में होड़ कर रहे हैं. जहां तक मेरे खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमों का सवाल है...अदालत के फैसले का इंतजार कीजिए."
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ की कंपनी के ऊपर 7000 करोड़ रुपये का कर्ज था. इस कर्ज को चुकाने को लेकर वे परेशान थे.
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