केरल: वरिष्ठ संघ प्रचारक पी परमेश्वरन का 93 वर्ष की उम्र में निधन

पी परमेश्वरन का जन्म साल 1927 में केरल के अलपुझा जिले में हुआ था. संघ और भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के नेता उन्हें परमेश्वर जी के नाम से बुलाते थे. पलक्कड़ में उनका निधन हो गया.

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पी परमेश्वर छात्र जीवन में ही संघ से जुड़े थे (फाइल फोटो-Twitter/@airnewsalerts) पी परमेश्वर छात्र जीवन में ही संघ से जुड़े थे (फाइल फोटो-Twitter/@airnewsalerts)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 9:41 AM IST

  • छात्र जीवन से ही संघ से जुड़े रहे हैं पी परमेश्वरन
  • जनसंघ के बड़े नेताओं के साथ रहे हैं अच्छे संबंध
  • अलपुझा जिले के मुहम्मा में होगा अंतिम संस्कार

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) के वरिष्ठतम प्रचारकों में से एक पी परमेश्वरन का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. भारतीय जन संघ के पूर्व नेता पी परमेश्वरन ने रविवार रात 12 बजकर 10 मिनट पर अंतिम सांस ली. परमेश्वरन भारतीय विचार केंद्र के संस्थापक निदेशक भी रहे हैं.

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक केरल के पलक्कड़ जिले के ओट्टापलम में उनका आयुर्वेदिक उपचार चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.

परमेश्वरन जनसंघ के दिनों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेताओं के साथ काम किया था. साल 2018 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े पुरस्कार पद्म विभूषण और 2004 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

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परमेश्वर जी के नाम से बुलाते थे नेता

संघ परिवार और भारतीय जनता पार्टी के नेता पी परमेश्वरन को परमेश्वर जी के नाम से बुलाते थे. परमेश्वरन एक दिग्गज लेखक, कवि, शोधकर्ता और प्रसिद्ध संघ विचारक रहे हैं. परमेश्वरन 1967 से 1971 के बीच भारतीय जनसंघ के सचिव रहे हैं. साल 1971 से 1977 तक के बीच वे उपाध्यक्ष रहे हैं. इसके साथ ही वे दीन दयाल शोध संस्थान के निदेशक भी रहे हैं. उनका यह कार्यकाल साल 1977 से 1982 के बीच का रहा है.

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अलपुझा में होगा अंतिम संस्कार

परमेश्वरन का जन्म 1927 में अलपुझा जिले के मुहाम्मा में हुआ था. परमेश्वरन संघ से अपने छात्र जीवन में ही जुड़ गए थे. कोच्ची के मुख्यालय में उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा . रविवार सुबह से ही लोग उनका अंतिम दर्शन करेंगे. मुहम्मा में ही उनका अंतिम संस्कार रविवार शाम किया जाएगा. आपात काल के दिनों में ऑल इंडिया सत्याग्रह के लिए उन्हें 16 महीने के लिए जेल भी हुई थी.

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