तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के एक गांव में 30 मीटर गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे को बचाने के लिए शनिवार को भी प्रयास जारी है. बच्चा शुक्रवार शाम करीब 5:30 बजे बोरवेल में गिर गया था, जिसके बाद रात में वह ट्यूब से भी नीचे गिरकर लगभग 90 फीट पर अटक गया है.
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजया भास्कर ने शनिवार सुबह कहा कि बोरवेल में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है. उन्होंने बताया कि लड़का जीवित है और मौके पर मौजूद अधिकारी उसे रोते हुए सुन पा रहे हैं. दो वर्षीय बच्चे का नाम सुजीत है. करीब 27 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चा करीब 100 फीट और नीचे गिर गया है.
स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर और पर्यटन मंत्री वल्लामंडी नटराजन मौके पर मौजूद हैं. मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए बगल के जिलों से एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखने के लिए बोरवेल में 60 फीट नीचे एक माइक्रो कैमरा लटकाया गया है. इस कैमरे में बच्चे की सांस लेने की आवाज सुनाई दे रही है.
सुजीत नाम का यह बच्चा शुक्रवार शाम 5 बजे खेलते खेलते बोरवेल में गिर गया था. रेस्क्यू के लिए अगले 15 घंटे काफी अहम हैं. बच्चे को सकुशल निकालने के लिए तमिलनाडु सरकार हर कोशिश में लगी है.
दमकल विभाग और अन्य लोग शुक्रवार शाम से ही बचाव का प्रयास कर रहे हैं. शुरुआत में बच्चे तक पहुंचने के लिए बोरवेल के पास गड्ढा खोदने के लिए मशीनों को काम पर लगाया गया लेकिन इलाका चट्टानी होने के कारण इसे बीच में ही रोक दिया गया. इसे तोड़ने के प्रयास से कंपन पैदा होती है, जो बोरवेल के अंदर मिट्टी को धकेल सकती है, जिससे बच्चा और अधिक गहराई में पहुंच सकता है.(एजेंसी से इनपुट)
अक्षया नाथ