तमिलनाडु के कोयंबटूर में करीब 3000 दलित इस्लाम धर्म कबूल करेंगे. इसकी जानकारी तमिल पुलीगल काची के सदस्यों ने दी. संगठन तमिल पुलीगल काची ने एक मीटिंग के बाद यह फैसला लिया. संगठन के कोयंबटूर जिला अध्यक्ष इलवेनिल ने कहा कि 3000 दलितों को हिंदू धर्म से इस्लाम धर्म कबूल कराने का फैसला किया गया है.
इलवेनिल ने कहा कि यह फैसला मेत्तुपलायम की दीवार ढहने की घटना में दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद लिया गया.
बता दें कि 2 दिसंबर को एक दीवार गिरने की घटना में 17 दलितों की जान चली गई. दीवार इन लोगों पर टूट कर गिर गई थी, जिसे बाद उसे अछूत दीवार कहा गया.
दोषी 20 दिन के अंदर रिहा
तमिल पुलीगल के कोयंबटूर जिला अध्यक्ष इलवेनिल ने कहा, 'इस घटना का जिम्मेदार जो शख्स था, उसे गिरफ्तार तो किया गया लेकिन गिरफ्तारी के 20 दिन के भीतर ही जमानत पर रिहा कर दिया गया. वहीं ,तिरुवल्लुवन जो न्याय की मांग करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया, उन्हें कोयम्बटूर जेल में बंद कर दिया गया.'
इलवेनिल ने बताया, 'शिवसुब्रमण्यम नाम के शख्स ने भेदभाव के मकसद से दीवार का निर्माण कराया था. दीवार बिना पिलर के खड़ी की गई थी, क्योंकि शिवसुब्रमण्यम आस-पास रह रहे दलितों से अपनी जमीन और संपत्ति को अगल रखना चाहता था, इसलिए एक साजिश के तहत उसने वो दीवार बनवाई थी.'
इलवेनिल ने कहा, 'हम पर अत्याचार किया जा रहा है. हिंदुत्व में हम पर अत्याचार जारी है. हमने 3000 लोगों को इकट्ठा किया है और इस्लाम धर्म कबूल करने का फैसला किया है.' इलवेनिल ने बताया कि पहले 100 लोग धर्म परिवर्तन करेंगे और यह 5 जनवरी को होना है.
शालिनी मारिया लोबो