पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए जूझ रही है. कई देश एक दूसरे की मदद के लिए सामने आए हैं. भारत ने जहां कोरोना वायरस से संक्रमितों के इलाज के लिए कई देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा भेजी है. वहीं दूसरे देशों ने भी कोरोना टेस्ट वाले किट भारत को दिए हैं.
इसी क्रम में स्विट्जरलैंड में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता जाहिर करने के लिए मैटरहॉर्न पर्वत पर एक हजार मीटर से भी बड़े आकार में तिरंगा प्रदर्शित किया गया. स्विट्जरलैंड में भारतीय दूतावास ने इसकी फोटो ट्वीट करते लिखा कि स्विट्जरलैंड ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे सभी भारतीयों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की है.भारतीय दूतावास ने इसके लिए जेरमेट मैटरहॉर्न को धन्यवाद दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय दूतावास के इसी ट्वीट को रिट्वीट किया और लिखा कि दुनिया कोविड-19 से एक साथ लड़ रही है. मानवता निश्चित रूप से इस महामारी को दूर करेगी.
भारत की मदद की UN ने तारीफ की
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने COVID-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में दूसरों की मदद करने वाले देशों को सलाम किया है. एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है. भारत द्वारा अमेरिका सहित कई देशों को मलेरिया-रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति भेजे जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने यह बात कही है. बता दें कि अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की पहचान COVID-19 के संभावित उपचार के रूप में की है. इसे न्यूयॉर्क में 1,500 से अधिक कोरोना वायरस रोगियों पर परीक्षण किया जा रहा है.
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