नॉर्वे के पूर्व PM के कश्मीर आने पर बवाल, स्वामी-उमर ने सरकार से पूछे सवाल

नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री ने बीते शुक्रवार को वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक से मुलाकात की थी.

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अलगाववादी नेताओं के साथ मंगने बोंडेविक अलगाववादी नेताओं के साथ मंगने बोंडेविक

परमीता शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:10 AM IST

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के बर्खास्त होने के बाद से राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. अब नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री के. मंगने बोंडेविक के राज्य में आने और अलगाववादियों से मिलने पर राजनीतिक माहौल फिर से गर्मा गया है. बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस पर सवाल खड़े किए हैं.    

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बता दें कि इसके अलावा, राज्य में प्रमुख राजनीतिक दलों- पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पंचायत चुनाव के बहिष्कार से भी राज्य सुर्खियों में बना हुआ है. अलगाववादियों और उग्रवादियों ने भी पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया हुआ है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री के. मंगने बोंडेविक की कश्मीर यात्रा पर चीजें साफ करने को कहा है. अपनी इस यात्रा के दौरान बोंडेविक ने अलगाववादी नेताओं से मुलाकात की है.

उमर ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा कि नॉर्वे के नेता कश्मीर में क्या कर रहे हैं? क्या (विदेश मंत्री) सुषमा स्वराज या (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) अजीत डोभाल नार्वे के पूर्व प्रधानमंत्री की यात्रा सही परिप्रेक्ष्य में विभाजित राज्य के दोनों ओर (कश्मीर और पाक के कब्जे वाले कश्मीर) कराने की सोच रहे हैं, या हमें अफवाहों और कयासों पर भरोसा करना चाहिए.

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बता दें कि नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री ने बीते शुक्रवार को वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक से मुलाकात की थी. अलगाववादियों ने एक बयान में कहा कि गिलानी और मीरवाइज ने पूर्व प्रधानमंत्री से कहा कि चूंकि उनके देश (नॉर्वे) का संघर्ष का समाधान करने में सकारात्मक भूमिका निभाने का इतिहास रहा है, इसलिए नॉर्वे सरकार को कश्मीर के जटिल मुद्दे का हल करने की गंभीर कोशिश करनी चाहिए ताकि लोगों की परेशानी कम हो सके और दक्षिण एशिया में स्थायी शांति सुनिश्चित हो सके.

नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री के अलगाववादी नेताओं से मिलने पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने ट्वीट किया कि या तो विदेश मंत्रालय नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री जम्मू- कश्मीर की यात्रा पर कार्रवाई करे या मुझे इस यात्रा की शुरुआत करने वाले व्यक्ति के इस्तीफे की मांग करनी होगी.

स्वामी ने लिखा कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए नमो सरकार को तत्काल नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री को देश से बाहर कर देना चाहिए. ये स्कैंडिनेवियाई अपने समाजवादी जीवन से ऊब गए हैं और ये दूसरे देशों के मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए विदेश जाते हैं.

बयान के मुताबिक अलगाववादी नेताओं ने बोंडेविक को कश्मीर की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी और इसे बहुत ही संवेदनशील और नाजुक बताया. बयान में दावा किया गया है कि बोंडेविक नीत शिष्टमंडल ने अलगाववादी नेताओं को भरोसा दिलाया कि वे यह सुनिश्चित कराने की कोशिश करेंगे कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई सतत और नतीजे देने वाली वार्ता शुरू हो ताकि कश्मीर मुद्दे का सौहार्द्रपूर्ण हल निकल सके.

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