अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने दावा किया है कि मोदी सरकार में अल्पसंख्यकों का समावेशी सशक्तिकरण सुनिश्चित हुआ है. उन्होंने अपने दावे के समर्थन में इस महीने की शुरुआत में घोषित सिविल सेवा के परीक्षा परिणाम का उदाहरण दिया और कहा कि इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के 145 युवा चयनित हुए हैं.
नकवी अल्पसंख्यक समुदाय के मेधावी युवाओं को सम्मानित करने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 2019 की सिविल सेवा परीक्षा में चयनित कुल 829 युवाओं में 145 से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के हैं. इनमें से भी 22 युवा गरीब, कमजोर और वंचित तबके से आते हैं. ये अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की नई उड़ान योजना के तहत मुफ्त कोचिंग के जरिए यहां तक पहुंचे हैं.
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अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि यह मोदी सरकार के दृढ़ और प्रभावी प्रयासों को दर्शाता है, जो समुदाय के मेधावियों के लिए प्रमोशन और प्रोग्रेस की नीति पर चल रही है. नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं के युवाओं में भी प्रतिभा की कमी नहीं है. लेकिन इससे पहले ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया, जिससे अल्पसंख्यकों के युवाओं में क्षमता को पहचाना जा सके.
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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सकारात्मक माहौल दिया है, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं की क्षमता को बढ़ावा मिले. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि समावेशी सशक्तिकरण के इसी सकारात्मक माहौल से यह सुनिश्चित हो सका है कि आज बड़ी तादाद में समुदाय के युवा प्रशासनिक सेवाओं में भी चयनित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में सिविल सेवा के परिणाम उत्साहजनक रहे हैं.
हिमांशु मिश्रा