मोदी सरकार का बड़ा कदम, मेघालय के विद्रोही समूह HNLC पर लगाया बैन

हिंसा की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए मेघालय के विद्रोही संगठन हेनाइयुट्रेप नेशनल लिब्रेशन काउंसिल (एचएनएलसी) पर सोमवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बैन लगा दिया है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

  • हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर लिया फैसला
  • राज्य के इलाकों को तोड़ना चाहता है संगठन

हिंसा की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए मेघालय के विद्रोही संगठन हेनाइयुट्रेप नेशनल लिब्रेशन काउंसिल (एचएनएलसी) पर सोमवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बैन लगा दिया है.

गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि एचएनसीएल, उसके विभिन्न धड़े व संगठन राज्य के इलाकों को तोड़ना चाहते हैं, जिसमें खासी और जयंतिया आदिवासी रहते हैं. गृह मंत्रालय ने कहा कि अगर इसे तुरंत रोका न गया तो एचएनसीएल खुद को दोबारा खड़ा कर और मजबूत हो जाएगा.

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इससे पहले संसद का शीतकालीन सत्र में पीएम मोदी बोले कि अगर पिछले 5 साल को देखें तो तीन तलाक का कानून इसी सदन ने पास किया, इसी सदन ने सामान्य वर्ग के गरीब परिवार को आरक्षण देने का निर्णय किया, GST, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का काम जो वादा 1964 से था, इस सदन ने पहले इसे हटाया. संविधान में जब 370 आई तो उसे पेश करने वाले इसी सदन के नेता थे और इसी सदन ने उस धारा को हटाया.

अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि राज्यों का कल्याण करना हमारा काम है, संघीय ढांचे देश के विकास के लिए सबसे अहम शब्द है. केंद्र सरकार जो नीतियां तैयार करती हैं, उन्हें राज्य सरकार किस प्रकार आगे बढ़ाएगी वो ये ही सदन तय करता है.

पीएम मोदी बोले कि राज्यसभा चेक एंड बैलेंस का विचार के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके बीच अंतर बनाए रखना जरूरी है. बैलेंस और ब्लॉकिंग के बीच अंतर रखना जरूरी है, सदन तीखे विवाद के लिए होना चाहिए.

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