जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार रात हुई हिंसा को लेकर वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार ने आजतक से खास बातचीत की है. यूनिवर्सिटी के सर्वर रूम को नुकसान पहुंचाने पर जगदीश कुमार ने कहा कि सर्वर रूम पर हमला सुनियोजित तरीके से किया गया. छात्रों ने केबल खींच दिया था और सिस्टम को रिस्टोर करने में हमें 3 दिन लगे.
इंडिया टुडे ग्रुप/आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से बातचीत में वाइस चांसलर ने कहा कि चीफ प्रॉक्टर और दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. वीसी जगदीश कुमार ने कहा कि हमारे सभी ऑपरेशन इन सर्वर पर आधारित हैं. चाहे वो डिग्री हो या कोई भी सहायता. जगदीश कुमार ने कहा कि डेटा सेंटर पर हमले से यूनिवर्सिटी का कामकाज ठप हो गया.
उन्होंने कहा कि नकाबपोश लोग यूनिवर्सिटी के छात्र ही थे. हम हमलावरों पर कोई धारणा नहीं बनाना चाहते हैं. फिलहाल दिल्ली पुलिस और जेएनयू की एक कमेटी मामले की जांच कर रही है. वाइस चांसलर ने कहा कि रविवार को यूनिवर्सिटी में जो कुछ भी हुआ, तो नहीं होना चाहिए. यूनिवर्सिटी में हिंसा कतई नहीं होनी चाहिए.
वाइस चांसलर बोले- जेएनयू के सुरक्षा गार्डों ने हिंसा रोकने की कोशिश की
उन्होंने बताया कि रविवार रात को करीब 120 छात्रों की भीड़ त्र हॉस्टल की ओर बढ़ी. इसके बाद जेएनयू के सुरक्षा गार्ड वहां पहुंचे और जब हालात गंभीर हो गए, तो हमने पुलिस को अंदर बुलाया. एक सवाल के जवाब में वाइस चांसलर जगदीश कुमार ने कहा कि पुलिस को क्या करना है, यह उनकी ड्यूटी है? हम पुलिस को यह नहीं बताएंगे कि उनको क्या करना है?
जब उनसे पूछा गया कि जेएनयू में हुई हिंसा को रोकने और छात्रों को बचाने के लिए सुरक्षा गार्डों ने कोई कदम क्यों नहीं हुआ, तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा गार्डों ने कदम उठाया था. इस दौरान कई सुरक्षा गार्ड भी घायल हो गए थे. जब उनसे पूछा गया कि जेएनयू में हुई हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है, तो उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और चीफ प्रॉक्टर मामले की जांच कर रहे हैं. इन जांचों के बाद ही सच्चाई सामने आएगी.
जेएनयू को आगे ले जाना मेरी प्राथमिकताः वाइस चांसलर
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आपको मोदी सरकार ने लेफ्ट के गढ़ जेएनयू में भगवा झंडा लहराने के लिए भेजा है, तो उन्होंने जवाब में कहा कि मैंने आईआईटी मद्रास से पढ़ाई की है और इलैक्ट्रिकल इंजीनियर का प्रोफेसर हूं. यहां आने के बाद मेरी प्राथमिकता जेएनयू को आगे ले जाने की कोशिश करने की थी. मेरी नियुक्ति राजनीतिक नहीं हैं.
यूनिवर्सिटी को बंद करने की कोई योजना नहींः जगदीश कुमार
जेएनयू में उपजे ताजा हालात पर यूनिवर्सिटी बंद करने की अटकलों पर उन्होंने साफ कहा कि अभी यूनिवर्सिटी को बंद करने की कोई योजना नहीं हैं. मुझको पता नहीं है कि यूनिवर्सिटी बंद करने की खबर कहां से आ रही है.
इस दौरान वाइस चांसलर ने जेएनयू छात्र संघ के उन आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया कि वाइस चांसलर अक्सर गायब रहते हैं. जगदीश कुमार ने कहा कि रात 8 बजे आईटी की क्लास के बाद मैं 24 घंटे हाजिर रहता हूं.
एक सवाल के जवाब में जगदीश कुमार ने कहा कि मैं सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से प्रभावित हूं. छात्रों को विरोध दर्ज कराने की आजादी है, लेकिन हिंसा करने की कतई इजाजत नहीं हैं. जेएनयू में फीस बढ़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जेएनयू में मामूली फीस बढ़ाई गई है. लिहाजा इसका विरोध करने का कोई तर्कसंगत कारण नहीं हैं. इससे यूनिवर्सिटी कैंपस में सुविधाएं बेहतर की जाएंगी.
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