झारखंड में भूख से मौत के मामले में लातेहार के डीसी, एसडीएम और डीएसओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. सरकार ने अधिकारियों से पूछा है कि पिछले दो महीनों से लाभार्थियों के बीच किन परिस्थितियों में राशन वितरित नहीं किया जा रहा है.
बीते 8 जून को लातेहार में एक शख्स की भूख से मौत की बात सामने आई थी. मृतक का नाम रामचरण मुंडा है और उसकी उम्र 65 साल बताई गई. हालांकि राज्य सरकार ने भूख से मौत को नकार दिया. राज्य की समाज कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने भूख से मौत होने की बात से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि सरकार कई जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है. उनके मुताबिक किसी न किसी योजना का लाभ मुंडा को मिल रहा होगा, इसलिए इसे भूख से मौत नहीं कह सकते.
मंत्री ने मुंडा की मौत मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बना दी थी. जांच रिपोर्ट आने के बाद मौत के असली कारणों का पता चलेगा. खबरों के मुताबिक मुंडा ने तीन-चार दिनों से खाना नहीं खाया था क्योंकि उसके परिवार को तीन महीने से राशन नहीं मिला था. घर में अन्न नहीं होने से तीन दिन से चूल्हा भी नहीं जला था. हालांकि अधिकारी इस बात से इनकार कर रहे हैं कि मौत भूख से हुई है. उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
दूसरी ओर रामचरण मुंडा की बेटी ने बताया कि तीन महीने से परिवार को राशन नहीं मिला, इसलिए उसके पिता ने चार दिनों से कुछ नहीं खाया था. बताया जा रहा है कि राशन बांटने वाले स्थानीय डीलर ने नेटवर्क का बहाना बनाकर तीन महीने से राशन का वितरण नहीं किया था.
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