लद्दाख में UT बनने का जश्न, लोग बोले- 5 अगस्त, 2019 को मिली आजादी

जम्मू-कश्मीर से अलग होने के बाद लद्दाख में जश्न मनाया जा रहा है. लेह में स्थानीय नेताओं, बौद्ध गुरू के साथ हजारों की संख्या में लोग जमा हुए हैं और तिरंगे के नीचे आजादी का जश्न मना रहे हैं. इसके साथ नरेंद्र मोदी सरकार को धन्यवाद देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगीत समारोह का भी आयोजन किया जा रहा है.

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लद्दाख के लोग हुए खुश लद्दाख के लोग हुए खुश

आशुतोष मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

  • लद्दाख में लोग तिरंगे के नीचे आजादी का जश्न मना रहे हैं
  • मोदी सरकार को धन्यवाद देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • कश्मीर ने लद्दाख के साथ सौतेला व्यवहार किया- अब्दुल कयूम

जम्मू-कश्मीर से अलग होने के बाद लद्दाख में जश्न मनाया जा रहा है. लेह में स्थानीय नेताओं, बौद्ध गुरू के साथ हजारों की संख्या में लोग जमा हुए हैं और तिरंगे के नीचे आजादी का जश्न मना रहे हैं. इसके साथ नरेंद्र मोदी सरकार को धन्यवाद देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगीत समारोह का भी आयोजन किया जा रहा है.

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मुनिल इस्लाम के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल कयूम ने कहा कि कश्मीर ने हमेशा लद्दाख के साथ सौतेला व्यवहार किया है. हमने कश्मीर से आजादी के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है. उम्मीद नहीं थी कि मोदी जी ये तोहफा देंगे. मोदी को धन्यवाद देने के लिए आज हम जश्न मना रहे हैं. भारत को आजादी 1947 में, लेकिन लद्दाख को आजादी 5 अगस्त, 2019 को मिली.

लेह में स्कूल कॉलेज खुले हैं. सड़कों पर यातायात सामान्य है. दुकानें लगी हैं. लेह के रहने वालों ने मोदी सरकार के इस फैसले का खुले दिल से स्वागत किया है. लेह के सबसे प्रमुख बाजार में 20 साल से कारोबार कर रहे नामडक लोडस कहते हैं, 'हम सालों से इसकी मांग कर रहे थे क्योंकि कश्मीर ने कभी लद्दाख को अपना नहीं समझा. अब उम्मीद है हमारा भला होगा.'

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स्थानीय लोग और लेह के बाजार में जीवन यापन करने वाले भी लद्दाख को कश्मीर से अलग किए जाने के फैसले से खुश हैं. जम्मू कश्मीर के इस छोटे से भाग को उसकी अलग पहचान मिल चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने देश की संसद में कश्मीर से अनुच्छेद 370 रद्द करने के साथ ही जम्मू और कश्मीर के विभाजन का जो मसौदा सामने रखा, उसके मुताबिक लद्दाख अब यूनियन टेरिटरी यानी केंद्र शासित प्रदेश बन गया है.

जम्मू कश्मीर में खींचे गए नए नक्शे के मुताबिक, लेह और करगिल के दो जिलों को मिलाकर विस्तृत आकार में फैला लद्दाख, भारत का नौंवा केंद्र शासित प्रदेश होगा. इतना ही नहीं लद्दाख को ये पहचान पूर्व और पश्चिम में पाकिस्तान और चीन की सीमा को देखते हुए भी ये कदम बेहद महत्वपूर्ण है.

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