कांग्रेस ने की चीनी कंपनी Huawei-ZTE को 5G ट्रायल की रेस से बाहर करने की मांग

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने चीनी कंपनी Huawei को 5G ट्रायल की रेस में शामिल किए जाने पर सवाल उठाए हैं. मनीष तिवारी ने चीनी कंपनी पर बैन लगाने की मांग की है.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 7:56 AM IST

  • अमेरिका ने चीनी कंपनी Huawei और ZTE पर लगाया है बैन
  • कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने की भारत में बैन लगाने की मांग

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने चीनी कंपनी Huawei को 5G ट्रायल की रेस में शामिल किए जाने पर सवाल उठाए हैं. मनीष तिवारी ने ट्वीट करके केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से सवाल पूछा कि आखिर क्यों Huawei को 5G ट्रायल में हिस्सा लेने की इजाजत दी जा रही है. उन्होंने चीनी कंपनी पर बैन लगाने की मांग की है.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने लिखा, 'अमेरिका ने Huawei और ZTE को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. ऐसे में रविशंक प्रसाद Huawei को क्यों 5G ट्रायल में हिस्सा लेने दे रहे हैं? Huawei और ZTE पर तुरंत बैन लगाइए या Huawei की ओर पीएम केअर्स में जमा किए 7 करोड़ रुपये की वजह से उस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है?'

गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार ने चीन की दो कंपनियों Huawei और ZTE को अपनी सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशन कमिशन ने मंगलवार को 5-0 की वोटिंग के आधार पर इन कंपनियों को खतरनाक बताया. अमेरिका को इन कंपनियों से 8.3 बिलियन डॉलर का सामान खरीदना था, लेकिन अब इसपर भी रोक लग गई है.

5जी की रेस से बाहर हो सकती है चीनी कंपनी Huawei, मोदी सरकार के मंत्रियों ने की बैठक

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अपने यहां बैन लगाने के बाद अमेरिका दुनिया भर के देशों पर दबाव डाल रहा है कि Huawei को बाहर रखा जाए. सूत्रों से खबर है कि सोमवार को मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में 5G पर चर्चा हुई. गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद , विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल बैठक में शामिल हुए.

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Huawei को सिंगापुर में 5G की दौड़ से बाहर किया जा चुका है. वहां नोकिया और एरिक्सन को मौका मिला है. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा कारणों के मद्देनजर Huawei को ट्रायल से बाहर रखा गया है. माना जा रहा है कि भारत सरकार भी Huawei पर कार्रवाई कर सकती है.

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