लापता विमान का मलबा मिला, पायलट आशीष की मां को बेटे के सुरक्षित लौटने की उम्मीद

आशीष की मां को उम्मीद है कि उसका बेटा जल्द लौटेगा. आशीष की मां ने कहा, मुझे विश्वास है कि मेरा बेटा जीवित होगा. साथ ही परिजनों ने उम्मीद जताई है कि आशीष तंवर सहित सभी लोग सुरक्षित मिलेंगे.

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पायलट आशीष तंवर और उनकी पत्नी संध्या (फोटो-ANI) पायलट आशीष तंवर और उनकी पत्नी संध्या (फोटो-ANI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2019,
  • अपडेटेड 11:55 AM IST

भारतीय वायुसेना के लापता विमान एएन 32 का मलबा अरुणाचल प्रदेश में मिलने की खबर मिलते ही पायलट आशीष तंवर के परिजनों को बेटे के बारे में जानकारी मिलने का इंतजार है. आशीष की मां को उम्मीद है कि उसका बेटा जल्द लौटेगा.

आशीष की मां ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, मुझे विश्वास है कि मेरा बेटा जीवित होगा. साथ ही परिजनों ने उम्मीद जताई है कि आशीष तंवर सहित सभी लोग सुरक्षित मिलेंगे. बता दें कि आशीष तंवर हरियाणा के पलवल के रहने वाले और अपने माता-पिता का अकेले बेटे हैं.

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भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की दुर्गम पहाड़ियों पर जहां AN-32 का मलबा दिख रहा है, वहां पहुंचने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि घना जंगल और खराब मौसम होने की वजह से वहां तक पहुंचना बहुत मुश्किल काम है.

वहीं तंवर के परिजनों ने सवाल भी उठाए हैं कि पुराने विमान को ऐसे इलाके में क्यों भेजा गया था. आशीष के चाचा उदयवीर सिंह ने कहा कि विमान की स्थिति ठीक नहीं थी और यह सरकार की लापरवाही है. उन्होंने कहा कि अगर आशीष को कुछ होता है, तो हम तबाह और बर्बाद हो जाएंगे.

आशीष की पत्नी संध्या तंवर एयर ट्रैफिक कंट्रोल में काम करती हैं. जब आशीष तंवर ने असम के जोरहाट से उड़ान भरी तो उस समय उनकी पत्नी संध्या तंवर जोरहाट में ड्यूटी पर मौजूद थीं. उदयवीर सिंह ने बताया कि 3 जून को जिस वक्त भारतीय वायु सेना के एक 32 विमान ने 13 आईएएफ कर्मियों के साथ उड़ान भरी तो उस समय संध्या वहां ड्यूटी पर थीं. इस विमान ने दोपहर 12.25 बजे उड़ान भरी थी.

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उदयवीर सिंह ने तंवर के  भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बारे में बताया कि आशीष का सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा से झुकाव रहा है. उन्होंने केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के बाद कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई की. कुछ वक्त एमएनसी के साथ काम करने के बाद  दिसंबर 2013 में वायु सेना से जुड़े और 2015 में उनका कमीशन हुआ और पायलट बने. परिवार के एक अन्य सदस्य ने बताया कि हाल ही में पिछले महीने जब वो अपनी पत्नी के साथ छुट्टी पर आए थे तो उसने अपनी मां को नई कार गिफ्ट की थी.

बता दें कि विमान में 8 क्रू मेंबर सहित 13 यात्री सवार थे. उड़ान भरने के बाद विमान का संपर्क टूट गया था और विमान का मलबा 9 दिन बाद मंगलवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले के लिपो के उत्तर में 16 किमी के दूरी पर मिला है. विमान के सवार लोगों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है.

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