केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आजकल अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. हाल के दिनों में उनकी कुछ सार्वजनिक टिप्पणियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ कर देखा गया तो कई जगह इन बयानों की वजह से उन्हें पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया गया. लेकिन अबकी बार उन्होंने कुछ अलग ही बात कही है. गडकरी ने रविवार को हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि उनके क्षेत्र में जातिवाद के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि उन्होंने 'चेतावनी' दी हुई है कि जाति के बारे में बात करने वाले की वह 'पिटाई' करेंगे.
न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक पुणे के पिंपड़ी चिंचवाड़ में पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता गडकरी आमंत्रित थे. इसी कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज को आर्थिक और सामाजिक समानता के आधार पर साथ लाना चाहिए. इसमें जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
संसद में नागपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले गडकरी ने कहा, 'हम जातिवाद में यकीन नहीं करते हैं. मुझे नहीं पता कि आपके यहां क्या है, लेकिन हमारे पांच जिलों में जातिवाद की कोई जगह नहीं है क्योंकि मैंने सभी को चेतावनी दी हुई है कि अगर कोई जाति की बात करेगा तो मैं उसकी पिटाई कर दूंगा.'
बहरहाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख और गडकरी के मित्र शरद पवार भी उनकी टिप्पणियों और उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताए जाने पर चिंता जाहिर कर चुके हैं. शरद पवार ने शनिवार को कहा था कि गडकरी के लिए वह चिंतित हैं क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित विकल्प के रूप में पेश किया जा रहा है. पवार ने कहा, 'गडकरी मेरे दोस्त हैं. हम लोगों ने साथ काम किया है. उनका नाम (मोदी के विकल्प के रूप में) पेश किया जा रहा है और यही कारण है कि मैं उनके लिए चिंतित हूं.' हालांकि पवार ने इस बारे में और कुछ नहीं कहा.
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