अवनी चतुर्वेदी के बाद फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ बनीं दूसरी फाइटर पायलट

शुक्रवार को फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से मिग 21 लड़ाकू विमान को अकेले उड़ाकर देश में महिलाओं की बढ़ती ताकत को नए पंख लगा दिए.

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फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ

मंजीत नेगी / वरुण शैलेश

  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST

वायुसेना की फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ ने एक नया इतिहास रच दिया है. वह वायुसेना की दूसरी महिला फाइटर पायलट हैं, जिन्होंने मिग 21 लड़ाकू विमान को अकेले उड़ाया है. इससे पहले फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी ने मिग-21 लड़ाकू विमान को अकेले उड़ाकर नया इतिहास रचा था.

शुक्रवार को फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से मिग 21 लड़ाकू विमान को अकेले उड़ाकर देश में महिलाओं की बढ़ती ताकत को नए पंख लगा दिए.

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दरभंगा जिला अंतर्गत घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर गांव की मूल निवासी भावना कंठ ने अपनी 10वीं तक की स्कूली शिक्षा बेगूसराय जिला स्थित बरौनी रिफाइनरी के डीएवी स्कूल से पूरी की. वे बताती हैं कि 10वीं के बाद कोटा के विद्या मंदिर स्कूल में दाखिला लिया. साथ में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग भी ली. कठिन मेहनत का सुफल रहा कि बेंगलुरु के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में बी.टेक. (इलेक्ट्रॉनिक्स) के लिए चयन हो गया.

अब मिला मौका

अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ और मोहना सिंह ने मार्च में ही लड़ाकू विमान उड़ाने की योग्यता हासिल कर ली थी. इसके बाद उन्हें लड़ाकू विमान उड़ाने का गहन प्रशिक्षण दिया गया. वायुसेना में करीब 1500 महिलाएं हैं, जो अलग-अलग विभागों में काम कर रही हैं. 1991 से ही महिलाएं हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ा रही हैं, लेकिन फाइटर प्लेन उड़ाने का मौका अब जाकर मिला.

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