पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शुक्रवार से बायोगैस से चलने वाली बसें सड़कों पर दौड़ने लगीं. गाय के गोबर से तैयार बायोगैस से चलने वाली इन बसों में 55 सीटें हैं यानी एक बस में 55 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. ऑपरेटरों का दावा है कि यह भारत की पहली ऐसी बस सेवा है.
इस बस पर सफर करने वाले वाले प्रत्येक यात्री से न्यूनतम एक रुपये किराया लिया जाएगा. कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किए जाने वाली 16 बसों के बेड़े में से एक 17.5 किमी अल्टदंगा-गायरिया तक दौड़ी.
वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी फोएनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश दास ने बताया कि यह बस एक किग्रा बायोगैस में छह किमी की दूरी तय करेगी, जिस पर सिर्फ 20 रुपये की लागत आएगी. वाहन जर्मन प्रौद्योगिकी इंजन द्वारा संचालित है. यह पहल नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के केंद्रीय सब्सिडी योजना के तहत शुरू की गई है. कोलकाता शहर में करीब पांच बसों को सेवा में लगाया जाएगा.
राम कृष्ण / IANS