महाराष्ट्र स्थित कंपनी कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े 700 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा घोटाले का प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पता लगाया है. एडेलवेइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की जांच के दौरान ED के स्कैनर पर कैपस्टोन फॉरेक्स आई. एडेलवेइस के चेयरमैन रमेश शाह से एजेंसी ने हाल में पूछताछ की थी.
वित्तीय जांच एजेंसी के दावे के मुताबिक, कैप्सटोन फॉरेक्स ने फर्जी एयर टिकटों और पासपोर्ट के आधार पर विदेशी मुद्रा खरीदी. ED की जांच में सामने आया है कि कैप्सटोन के खातों में शैल कंपनियों से 700 करोड़ रुपये से अधिक आए.
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सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अधिकतर कंपनियां कैप्सटोन फॉरेक्स को किए गए फंड ट्रांसफर के कारणों को जायज ठहराने में नाकाम रही.
टर्नओवर में पिछले वर्षों की तुलना में तेजी
ED दस्तावेज बताते हैं कि 2017-18 में कंपनी के टर्नओवर में पिछले वर्षों की तुलना में अचानक तेजी आई, इससे कंपनी के रेवेन्यू के स्रोत और बिजनेस के तौर तरीकों की जांच करने की जरूरत समझी गई. बैंक खातों की जांच से पता चला कि संबंधित कंपनी को 2017-19 के बीच विभिन्न कारोबारी प्रतिष्ठानों और कंपनियों से सैकड़ों करोड़ रुपए मिले.
ED के मुताबिक, कंपनी ने ग्राहकों के सबूत के पासपोर्ट और एयर टिकट की प्रतियां पेश कीं, जिन्हें उसने विदेशी मुद्रा बेची थी. कुछ एयर टिकट की जांच से पता चला कि वो फर्जी थीं. कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड विदेशी मुद्रा विनिमय और खरीद अन्य AD बैंकों और FFMC से खरीदता रहा है. इसके लिए वो उसी पैसे का इस्तेमाल करता जो उसके खातों में आता था.
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जांच से पता चला कि कई शैल कंपनियों ने बड़े कॉर्पोरेट्स और नामी कंपनियों को भी फंड ट्रांसफर किए.
फंड ट्रांसफर पर जवाब?
ED जांच के रडार पर जो कॉर्पोरेट्स हैं उनके नाम हैं- CG पॉवर सॉल्यूशन्स, इंडियानापोल्स हॉस्पिटेलिटी (जय मेहता ग्रुप), कंसल्टशाह फाइनेंशियल सर्विसेज, इरोज इंटरनेशनल मीडिया, जैन एनर्जी (जैन इरिगेशन ग्रुप), नवारकर बिल्डर्स, नेक्स्ट जेन फिल्म्स, स्वतंत्रयावीर वी डी सावरकर मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी.
जय मेहता बॉलिवुड एक्ट्रेस जूही चावला के पति हैं. शैल कंपनियों से फंड ट्रांसफर पर ED के सवालों पर अधिकतर कॉरपोरेट्स संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं.
मुनीष पांडे