अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर बोले डी राजा- मोदी और हिटलर में क्या फर्क है

डी राजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मनी के तानाशाह एडॉल्फ हिटलर से की है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रवाधानों में बदलाव करने का विरोध किया.

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कम्युनिस्ट नेता डी. राजा (फाइल फोटो) कम्युनिस्ट नेता डी. राजा (फाइल फोटो)

तनुश्री पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के महासचिव डी राजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मनी के तानाशाह एडॉल्फ हिटलर से की है. जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रवाधानों में बदलाव करने का उन्होंने विरोध किया. इसके बाद डी राजा ने कहा कि नरेंद्र मोदी और हिटलर में क्या फर्क है.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सदन में इसका जमकर विरोध किया और बीजेपी पर खुलकर निशाना साधा. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बीजेपी ने वोट के चक्कर में कश्मीर के टुकड़े कर दिए, ये दिन देश के लिए काला दिन है.

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राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि जब से फोर्स को कश्मीर भेजा गया, तभी से कई तरह की आशंकाएं सामने आ रही थीं. गृह मंत्री जब सदन में आए तो एटम बम फट गया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री आज ही बिल लाए, आज ही पेश कर रहे हैं और फिर चाहते हैं कि उसे आज ही पास भी कर दिया जाए.

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राज्यसभा में सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 को लेकर किए गए फैसलों की जानकारी दी. साथ ही यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है. 

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अनुच्छेद 35-A को आजादी के 7 साल बाद यानी 1954 में संविधान में जोड़ा गया था. ये अनुच्छेद नेहरू कैबिनेट की सिफारिश पर तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के एक आदेश से संविधान में जोड़ा गया था. इसका आधार है 1952 में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख अब्दुल्ला के बीच हुआ दिल्ली एग्रीमेंट. इसमें भारतीय नागरिकता के मामले को जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में राज्य का विषय माना गया.

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