‘’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली में हमेशा नकारात्मक चीज देखना, या फिर उनके द्वारा किए गए काम को कोई तवज्जो नहीं देना और सिर्फ उनकी इमेज पर निशाना साधने से कोई फायदा नहीं होगा. विपक्ष को इस बात को समझना चाहिए.’’
ये बात किसी भारतीय जनता पार्टी के नेता या फिर केंद्र सरकार के मंत्री ने नहीं कही है, बल्कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक जयराम रमेश ने कही है. राजधानी दिल्ली में राजनीतिक विश्लेषक कपिल सतीश कोमीरेड्डी की किताब 'मालेवॉलेंट रिपब्लिक : ए शॉर्ट हिस्ट्री ऑफ द न्यू इंडिया' के विमोचन के दौरान ये बातें कहीं. जयराम रमेश के अलावा अभिषेक मनु सिंघवी ने भी ट्वीट कर इस बयान का समर्थन किया.
समाचार एजेंसी PTI की खबर के अनुसार, जयराम रमेश ने चर्चा के दौरान मोदी सरकार की कई योजनाओं का जिक्र किया और उनका लाभ भी बताया. जयराम रमेश ने कहा कि 2014 से 2019 तक मोदी सरकार ने बिजली के क्षेत्र में, उज्ज्वला योजना के जरिए लाखों लोगों को फायदा पहुंचाया है, यही कारण है कि लोगों ने उनपर विश्वास जताया और विपक्ष को इस बात को स्वीकार करना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी उस भाषा में बात करते हैं, जो भाषा लोग आसानी से समझते हैं. हमें ये भी मानना होगा कि जो काम लंबे समय से नहीं हुआ, वो उनके पहले कार्यकाल में हुआ. यही कारण है कि उनके काम को स्वीकार किए बिना आप उनका मुकाबला नहीं कर सकते हैं. सिर्फ उनकी बुराई करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है.
अपनी बात रखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का उदाहरण दिया और कहा कि ये योजना काफी सफल रही, जो जमीनी स्तर तक पहुंची. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में केंद्र सरकार की कुछ योजनाओं का मजाक उड़ाया गया, लेकिन PMUY उनमें से एक थी जिसने करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाया और केंद्र सरकार के लिए दोबारा वोट करने के लिए प्रोत्साहित किया.
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान किसानों की समस्या की बात की. लोगों ने भी माना कि किसानों की समस्या है लेकिन करोड़ों की संख्या में लोग ये मानने के लिए तैयार नहीं थे कि इस समस्या का कारण नरेंद्र मोदी हैं. जिसका नतीजा हमें चुनाव में देखने को मिला.
अभिषेक मनु सिंघवी ने किया ट्वीट
जयराम रमेश के अलावा अभिषेक मनु सिंघवी ने भी कुछ ऐसी ही बातें ट्विटर पर लिखी. सिंघवी ने लिखा कि मोदी की नकारात्मक छवि पेश करने से कोई फायदा नहीं होगा, वह देश के प्रधानमंत्री हैं और ऐसा करने से उन्हें ही फायदा होता है. मोदी सरकार की उज्जवला स्कीम अच्छी योजनाओं में से एक हैं.
गौरतलब है कि बीते दिनों भी कांग्रेस में इस तरह के कई पक्ष सुनाई दिए थे, जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस में कई गुट बन गए थे. कई बड़े नेताओं ने मोदी सरकार के द्वारा लिए गए फैसले का विरोध किया, तो काफी संख्या में इस फैसले के साथ भी थे. जिसने कांग्रेस की किरकिरी करवाई थी.
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