केंद्र सरकार नहीं रखती जीवित स्वतंत्रता सेनानियों का रिकॉर्ड

देश में जीवित स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने के लिए इंडिया टुडे ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय में सूचना के अधिकार के तहत याचिका दाखिल की. हमने पूछा कि देश में कितने स्वतंत्रता सेनानी जीवित हैं. उनमें कौन उम्र में सबसे बड़ा है और कौन सबसे छोटा है?    

Advertisement
फाइल फोटो फाइल फोटो

अशोक उपाध्याय / देवांग दुबे गौतम

  • नई दिल्ली,
  • 24 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

भारत 26 जनवरी को अपना 70वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. वर्ष 1950 में इसी तारीख को हमारा संविधान अमल में आया और देश स्वतंत्र गणतंत्र बना. भारतीय गणतंत्र ब्रिटिश हुकूमत से आज़ादी के लिए करीब दो सदी के संघर्ष के बाद अस्तित्व में आया. बड़ी संख्या में स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी. इनमें से अनेकों को वर्षों तक जेल में कैद रहना पड़ा. 26 जनवरी वो दिन भी है जिस दिन देश अपने स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करता है.    

Advertisement

इस साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (INA) से जुड़े रहे चार वयोवृद्ध सेनानी भी राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेंगे. ये गौरव उन्हें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए मिल रहा है. देश में जीवित स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने के लिए इंडिया टुडे ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय में सूचना के अधिकार (RTI) के तहत याचिका दाखिल की. हमने पूछा कि देश में कितने स्वतंत्रता सेनानी जीवित हैं. उनमें कौन उम्र में सबसे बड़ा है और कौन सबसे छोटा है?

गृह मंत्रालय ने अपने जवाब में बताया- “गृह मंत्रालय का FFR डिवीजन स्वतंत्रता सैनिक सम्मान योजना (SSSY) को उन स्वतंत्रता सेनानियों को केंद्रीय सम्मान पेंशन देने के लिए प्रशासित करता है जो पात्रता मापदंडों और SSSY  के तहत साक्ष्यों की आवश्यकता को पूरा करते हैं और जो उसके लिए आवेदन करते हैं. अत:  क्रमांक 1,2 और 3 की जानकारी डिवीजन के पास उपलब्ध नहीं है.”

Advertisement

यह गौर करने लायक है कि कई राज्यों की अपनी स्वतंत्रता सेनानी पेंशन और भारत की आज़ादी के लिए लड़ने वालों के योगदान को सम्मान देने के लिए अन्य योजनाएं हैं. गृह मंत्रालय के जवाब से इस तथ्य का संकेत मिलता है कि ऐसी कोई केंद्रीय एजेंसी नहीं है जो स्वतंत्रता सेनानियों की गणना या उनका केंद्रीय रिकॉर्ड रखे. वो स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें विभिन्न राज्यों या केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त है. इससे इस तथ्य की ओर भी संकेत मिलता है कि स्वतंत्रता सेनानी होने की परिभाषा और मापदंड केंद्र और राज्य में अलग अलग होते हैं, यहां तक कि राज्यों में आपस में भी ये अलग अलग हैं.

कितने स्वतंत्रता सेनानियों को केंद्र सरकार से पेंशन मिल रही है?  हमारे इस सवाल पर गृह मंत्रालय से जवाब मिला-"30 नवंबर 2018 तक के रिकॉर्ड के मुताबिक 10,483 स्वतंत्रता सेनानियों को  स्वतंत्रता सैनिक सम्मान योजना (SSSY) के तहत केंद्रीय सम्मान पेंशन मिल रही थी.”

सम्मान पेंशन के अलावा स्वतंत्रता सेनानियों को मुफ्त रेलवे पास, मुफ्त मेडिकल सुविधाएं, टेलीफोन कनेक्शन, सामान्य पूल के तहत आवास और ट्रांजिट आवास जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं.

हमने ये भी पूछा था कि स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन पर केंद्र सरकार को कितना पैसा खर्च करना पड़ता है. इसका जवाब मिला- “वर्ष 2017-18 के लिए SSSY योजना के लिए बजटीय खर्च 748.09 करोड़ रुपए था.”

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement