लॉकडाउन में फंसे और घर वापसी कर रहे प्रवासी श्रमिकों की समस्या को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद ओम माथुर ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. ओम माथुर ने कहा कि 1000 करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल कर प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था स्वयं केंद्र सरकार करे ताकि राज्य के टकराव की कीमत मजदूरों को ना चुकाना पड़े.
राज्यों के आपसी टकराव का मुद्दा उठाते हुए ओम माथुर ने कहा है कि राज्य सरकारों के आपसी नीतिगत विरोध के कारण प्रवासी मजदूर सैकड़ों किमी पैदल जाने को मजबूर हो रहे हैं. ये सभी हमारे लोग हैं, इन्हें घर पहुंचने के लिए हमें खुद से कदम उठाना होगा. पीएम केयर फंड से मजदूरों के लिए जो 1000 करोड़ रुपये आवंटित किया है, उसी का उपयोग कर मजदूरों को सहज और सुलभता से पहुंचाया जाए.
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ओम माथुर ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि तीन महीने से पूरा विश्व कोरोना के खिलाफ मानवता को बचाने में जुटी है. ऐसे में भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आपके नेतृत्व में इस संकट में लोगों को उभारने का प्रयास सफल रहा है. इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी द्वारा दिए गए 20 लाख करोड़ के पैकेज और गृहमंत्री के द्वारा सीएपीएफ कैंटीन में स्वदेशी उत्पादों की बिक्री को जरूरी बनाने के लिए धन्यवाद दिया.
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बता दें कि इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा था कि 70 सालों में पहली बार एमएसएमई को इतनी बड़ी राहत दी गयी है जो उनके उभरने में बड़ा योगदान है. ऐसे बहुत से फैसले इसमें किए गए हैं, जिनसे छोटे और मध्यम दर्जे के व्यापारियों और उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा.
मोदी सरकार ने 14 मई को आत्मनिर्भर भारत पैकेज के दूसरे भाग का ऐलान किया. इस पैकेज में प्रवासी मजदूरों, रेहड़ी लगाने वाले गरीबों, छोटे दुकानदार और छोटे किसानों के लिए कुल 9 कदमों का ऐलान किया गया है. जिसमें मुफ्त राशन से लेकर सस्ते कर्ज तक का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा मोदी केयर फंड से 1000 हजार करोड़ रुपये श्रमिकों को राहत देने की घोषणा की गई है.
हिमांशु मिश्रा