भारतीय रेलवे में अब अधिकारियों और कर्मचारियों का परफॉरमेंस 'स्पैरो' यानी गौरेया तय करेगी. जी हां आपने सही सुना. भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए सभी मंत्रालयों को यह निर्देश जारी किया है कि वह अपने कर्मचारियों का मूल्यांकन यानी अप्रेजल ऑनलाइन भरें. इसके लिए एक अलग ही सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है.
इस सॉफ्टवेयर का नाम है स्मार्ट परफॉरमेंस अप्रेजल रिपोर्ट रिकॉर्डिंग ऑनलाइन विंडो यानी स्पैरो (SPARROW).केंद्र सरकार के निर्देश पर रेलवे में कर्मचारियों की अप्रेजल के लिए स्पैरो सिस्टम लागू करने की पूरी तैयारी शुरू कर दी है. रेल मंत्रालय ने शुरुआती दौर में सबसे पहले डिप्टी डायरेक्टर लेवल लिया और इससे ऊपर के लेवल पर स्पैरो के जरिए अप्रेजल की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है.
आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक बीती 15 फरवरी को स्पैरो को लेकर ऑफिस ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं. अपने कर्मचारियों को भेजे गए पत्र के मुताबिक स्पैरो लागू करने के लिए रेलवे ने हर एक इकाई को एक कॉन्फिडेंशियल सेल बनाने का निर्देश दिया है. इस सेल का काम होगा कि वह नए सॉफ्टवेयर के जरिए अफसरों का सालाना अप्रेजल करें. एक सेल में चार अफसर तैनात किए जाएंगे जो पूरी प्रक्रिया को अंजाम देंगे.
डिजिटल इंडिया के तहत ज्यादातर सरकारी काम ऑनलाइन करने की मुहिम के तहत नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर ने SPARROW सॉफ्टवेयर बनाया है. इसकी टेस्टिंग पिछले 1 साल से चल रही थी. इस साल से इसे सभी मंत्रालयों में शुरू करने का आदेश जारी किया गया है. ऑनलाइन अप्रेजल ज्यादातर प्राइवेट सेक्टर में लागू है और अब इसे मोदी सरकार सरकारी बाबूओं के लिए भी लागू करने जा रही है.
खास बात यह है कि SPARROW सॉफ्टवेयर से किसी भी अवसर या कर्मचारी के बारे में तमाम जानकारियां एक ही जगह पर एक ही प्लेटफॉर्म पर एक क्लिक में मौजूद रहेंगी. इससे जहां एक तरफ सरकारी बाबुओं के प्रमोशन का काम पारदर्शी होगा, तो वहीं दूसरी तरफ इस काम में लगने वाले समय को काफी हद तक कम किया जा सकेगा. ऑनलाइन अप्रेजल में सरकारी कर्मचारी की तमाम जरूरी जानकारियां जोड़ी जाएंगी. इनमें कर्मचारी का आधार कार्ड, पैन नंबर, चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा और रिश्तेदारों के बारे में जरूरी जानकारियां होंगी. रेल मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक स्पैरो सॉफ्टवेयर से कर्मचारियों में फैल रहे भ्रष्टाचार को नकेल कसने की भी तैयारी की जा रही है.
सिद्धार्थ तिवारी