क्या हैक हो गया हेगड़े का मंत्री पद? गोडसे पर ट्वीट पड़ गया भारी!

कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ से दोबारा चुनाव जीत कर आए अनंत हेगड़े मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विवादित बयानों के लिए जाने गए. पिछली सरकार में वह कौशल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे.

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अनंत हेगड़े अनंत हेगड़े

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 मई 2019,
  • अपडेटेड 9:13 AM IST

नरेंद्र मोदी की अगुवाई में गुरुवार को नई सरकार ने शपथ ले ली है. इस बार कुल 58 मंत्रियों ने शपथ ली है तो वहीं पिछली बार से अलग कई नए चेहरों को मौका भी दिया गया है. लेकिन कई चेहरे ऐसे भी हैं, जिन्हें इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है. अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले अनंत हेगड़े की भी इस बार मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई है. संविधान बदलने की बात हो या फिर ट्विटर पर नाथूराम गोडसे का समर्थन अनंत हेगड़े का बड़बोलापन लगता है उनपर भारी पड़ गया.

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कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ से दोबारा चुनाव जीत कर आए अनंत हेगड़े मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विवादित बयानों के लिए जाने गए. पिछली सरकार में वह कौशल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे. पिछली बार सरकार बनने के बाद उनके संविधान बदलने के बयान ने बीजेपी को मुश्किल में डाल दिया था.

अगर ताजा मामला उठाएं तो चुनाव नतीजों से ठीक पहले उन्होंने एक ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर हो रही चर्चा को सुखद बताया था. तब साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम को देशभक्त बताया था और अनंत हेगड़े ने उनका समर्थन किया था.

अनंत हेगड़े ने नाथूराम गोडसे को लेकर लिखा था, ‘मैं खुश हूं कि करीब 7 दशक के बाद आज की पीढ़ी नए बदलाव के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है. इस चर्चा को सुन आज नाथूराम गोडसे अच्छा महसूस कर रहे होंगे’.  हालांकि, विवाद के बाद उन्होंने कहा था कि उनका अकाउंट हैक हो गया था.  

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लेकिन लगता है कि ये ही बयान उनके लिए मुश्किल का कारण बन गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद ही संदेश दिया था कि इस बार जो भी बड़बोलेपन वाले नेता हैं उन्हें ध्यान देना चाहिए. पीएम ने कहा था कि उनकी पार्टी में कुछ नमूने ऐसे हैं, जो सुबह-सुबह उठकर राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं.

संविधान को लेकर क्या बोले थे?

2017 में उन्होंने एक बयान दिया था कि बीजेपी जल्द ही संविधान बदल देगी, जिसमें 'सेकुलर' शब्द लिखा हुआ है. तब उन्होंने कहा था कि कुछ लोग कहते हैं कि संविधान कहता है कि हम सेकुलर हैं इसलिए इसे तुम्हें मानना ही पड़ेगा, हम संविधान का आदर करते हैं, लेकिन संविधान कई बार बदला है और यह भविष्य में भी बदलेगा, हमलोग यहां संविधान बदलेंगे.

लेकिन इस बयान पर काफी विवाद हुआ, विपक्ष ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी.

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