अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई है. दोनों राज्यों में एक 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इसी बीच कैबिनेट सचिव ने नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को बुलाई है.
इस बैठक में अम्फान सुपर साइक्लोन से हुए नुकसान पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक 10 बजे होगी. महत्पपूर्ण बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, एनडीएमए, एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन से जुड़े लोग शामिल हुए हैं.
अम्फान तूफान ने ओडिशा और बंगाल में भीषण तबाही मचाई है. दोनों राज्यों में 12 से ज्यादा मौतें हुई हैं. बुधवार से ही शुरू हुए तूफान ने देर रात दोनों राज्यों में जमकर तबाही मचाई. तूफान की रफ्तार थमने तक तबाही का मंजर साफ दिखने लगा था. राज्यों में करोड़ों की संपत्तियों के तबाह होने की आशंका जताई जा रही है.
ओडिशा-बंगाल में अम्फान से भीषण तबाही, ममता बोलीं- 12 लोगों की गई जान
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी इस तूफान का असर देखने को मिला. कोलकाता में तूफान के चलते शहर में तबाही मची थी और चारों तरफ पानी और पानी ही नजर आ रही है. सड़कों पर बड़ी संख्या में पेड़ टूट गए हैं. बिजली के खंभों से लेकर बड़े-बड़े होर्डिंग भी ध्वस्त पड़े हैं. शहर में गाड़ियां भी कई तैरती नजर आ रही हैं. इस तूफान ने पश्चिम बंगाल में भीषण तबाही मचाई है.
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कोलकाता में तूफान की तबाही
पश्चिम बंगाल में समुद्र तट से टकराने के समय तूफान की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई थी. मौसम वैज्ञानिकों ने इसकी आशंका जताई थी. बताया जा रहा है कि कोलकाता में ही 130 किमी प्रति घंटे की तक की रफ्तार से हवाएं चलीं. अम्फान का सबसे ज्यादा कहर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में देखने को मिला.
नौसेना ने भी की थी तैयारी
गौरतलब है कि जब तूफान देश में दस्तक देने वाला था, तभी इसकी भयावहता का अंदाजा लगा लिया गया था. इसके लिए एनडीआरएफ की 19 टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात हो गई थीं, वहीं 15 टीमें ओडिशा में तैनात थीं. दोनों राज्यों को मिलाकर करीब 14 लाख लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. भारतीय नौसेना ने भी राहत और मदद कार्य के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली थीं.
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