राजस्थान: 'कोचिंग सिटी' में क्लासेज शुरू, लौट आई रौनक, जानें कोटा में कैसे हैं इंतजाम

कोविड के चलते 10 महीने से बंद कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम कोचिंग की क्लासेज 18 जनवरी से शुरू होने जा रही है. स्टूडेंट्स इसके लिए तैयार हैं और पहले ही दिन से पढ़ाई के लिए कोटा आने लगे हैं. कोटा में वर्तमान में करीब 25 हजार स्टूडेंट्स हैं. हजारों स्टूडेंट्स की ऑफ लाइन क्लासेज सोमवार से शुरू हो जाएंगी.

Advertisement
कोटा, कोचिंग संस्थानों का गढ़ माना जाता है (प्रतीकात्मक तस्वीर) कोटा, कोचिंग संस्थानों का गढ़ माना जाता है (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शरत कुमार

  • कोटा,
  • 18 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST
  • ऑफलाइन क्लासेज सोमवार से शुरू 
  • 10 महीने बाद आई रौनक
  • कोविड प्रोटोकॉल का हो रहा है पालन

राजस्थान सरकार के निर्देश के बाद अब कोटा में कोचिंग क्लासेज शुरू हो रही हैं. 'कोचिंग सिटी' में रौनक लौटने लगी है. एक बार फिर यहां के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कोचिंग इंस्टीट्यूट, हॉस्टल्स, मैस व मॉल्स में हलचल बढ़ने लगी है. रेलवे स्टेशन पर कोचिंग स्टूडेंट्स की पूछ परख होने लगी है, तो शहर के डिस्प्ले बोर्ड, होर्डिंग्स पर कोचिंग संस्थानों के विज्ञापन नजर आने लगे हैं. कोचिंग संस्थानों के एडमिशन डेस्क पर पूछताछ सुबह से शाम तक होने लगी है.

Advertisement

कोविड के चलते 10 महीने से बंद कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम कोचिंग की क्लासेज 18 जनवरी से शुरू होने जा रही है. स्टूडेंट्स इसके लिए तैयार हैं और पहले ही दिन से पढ़ाई के लिए कोटा आने लगे हैं. कोटा में वर्तमान में करीब 25 हजार स्टूडेंट्स हैं. हजारों स्टूडेंट्स की ऑफ लाइन क्लासेज सोमवार से शुरू हो जाएंगी.

देखें: आजतक LIVE TV

शहर के कोचिंग संस्थानों में शनिवार को एडमिशन डेस्क पर भी लगातार पैरेंट्स और स्टूडेंट्स का आना-जाना लगा रहा. कोचिंग संस्थानों में कोविड गाइडलाइन को पूरी तरह से फॉलो किया जा रहा है. यही नहीं कोचिंग कैम्पस के क्लासरूम में भी तैयारी के लिए साफ-सफाई से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं.

राज्य सरकार द्वारा 18 जनवरी से क्लासरूम कोचिंग शुरू करने की अनुमति देने के साथ ही कोटा में हलचल बढ़ गई थी. राज्य सरकार की कोविड गाइडलाइन के तहत जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई एसओपी के पालन के भी कोचिंग, हॉस्टल व मैस में पूरे प्रबंध किए गए हैं. 

Advertisement

कोचिंग संस्थानों में जहां क्लासरूम में स्टूडेंट्स के बैठने के लिए मार्किंग की गई है. वहीं फुट स्टिकर के माध्यम से स्टूडेंट्स को चलते समय सोशल डिस्टेंसिंग रखने का संदेश दिया जा रहा है. एंट्री प्वाइंट पर सैनिटाइजेशन, टेम्परेचर लेने की व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा कैम्पस में कोरोना वायरस की जागरूकता के लिए पोस्टर और स्लोगन लगाए गए हैं. क्लासेज में विद्यार्थियों की संख्या में कमी के साथ ही सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई है.

कोविड नियमों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है

अल्ट्रा वायलट सैनिटाइजेशन

शहर के एलन करियर इंस्टीट्यूट में विद्यार्थियों को स्वस्थ व स्वच्छ माहौल देने के लिए अल्ट्रा वायलट सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. यहां क्लासरूम में अल्ट्रा वायलट सैनिटाइजेशन सिस्टम लगाया जा रहा है, जिसमें सेंसर्स लगे हुए हैं, क्लास रूम खाली होने के साथ ही सैनिटाइजेशन शुरू हो जाएगा. निर्धारित समय तक सैनिटाइजेशन के बाद ऑटो ऑफ हो जाया करेगा.

कोटा में क्लासरूम कोचिंग शुरू होने से हर वर्ग के चेहरे पर खुशी है. यहां सड़क किनारे ठेले लगाकर आजीविका कमाने वाले लोगों से लेकर बड़े होटल, रेस्टोरेंट तथा अन्य व्यवसाय करने वाले भी खुश हैं.  बीते 10 महीनों में यहां कई व्यवसाय बंद होने की स्थिति में थे. कोचिंग बंद होने से कोटा में सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए थे. कोचिंग पर निर्भर करीब दो लाख लोगों के परिवारों पर आजीविका का संकट आ गया था. अब क्लासरूम कोचिंग शुरू होने से हर वर्ग में फिर से आगे बढ़ने की आस जगी है.

Advertisement

व्यवस्थाओं पर निगरानी

जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई समितियों द्वारा कोटा के कोचिंग संस्थानों और हॉस्टल्स के निरीक्षण भी शुरू कर दिए गए हैं. निरीक्षण में कोविड गाइड लाइन के तहत कक्षाओं और कोचिंग्स के मापदण्डों को परखा जा रहा है. समिति में शामिल अधिकारी कमियों पर दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं.

31 बेड का अस्पताल

एलन करियर इंस्टीट्यूट द्वारा स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 31 बेड का अस्पताल भी शुरू किया गया है. इसके अलावा कैम्पस में भी प्राथमिक उपचार की सुविधाएं विकसित की जा रही हैं ताकि बीमारी की स्थिति में स्टूडेंट्स के लिए एक ऐसा विकल्प भी हो जहां उन्हें प्राथमिक उपचार मिल सके.

धीरे-धीरे छात्र-छात्राएं कोटा लौटने लगे हैं.

मुम्बई से आई छात्रा अंकिता मसल ने कहा, ''कोटा में क्लासरूम कोचिंग शुरू होने का कब से इंतजार था. ऑनलाइन पढ़ रहे थे लेकिन बहुत कुछ मिस हो रहा था. असली पढ़ाई क्लास रूम में ही हो सकती है. जैसे ही पता चला कि क्लास रूम शुरू हो रहे हैं तो कोटा आ गई.''

बाड़मेर के छात्र रामनिवास ने कहा कि ''कोटा में कोचिंग शुरू होने से कुछ परेशानी दूर होगी. ऑनलाइन में सिर दर्द रहने लगा था.  यही नहीं स्क्रीन टाइम भी पूरा नहीं दे पा रहा था. एकाग्रता भी नहीं रख पाते थे. अब ऑफ लाइन क्लासेज शुरू होंगी तो पूरी सिस्टमेटिक पढ़ाई हो सकेगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement