प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त में पंजाब (Punjab) स्थित जलियांवाला बाग (Jalian Wala bagh) स्मारक के रेनोवेशन के बाद उद्घाटन किया था. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस कदम की आलोचना की थी. अब शहीद भगत सिंह की भांजी गुरजीत कौर ने रेनोवेशन को लेकर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
शहीद भगत सिंह की भांजी गुरजीत कौर ने कहा है कि यह देश की बदकिस्मती है कि आज हमें इतिहास को बचाने के लिए भी प्रोटेस्ट करना पड़ेगा. कौर ने कहा, अभी मैं सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में हूं. जल्द ही इसके विरोध में उतरेंगे. गुरजीत कौर शहीद भगत सिंह की जयंती फतेहाबाद के गांव गोरखपुर में कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थीं.
गुरजीत कौर ने कहा, भगत सिंह ने जैसा सपना देखा, वैसा देश में आजादी के बाद कुछ नहीं हुआ. देश आजादी से पहले वाले हालात में चला गया है. उन्होंने कहा, इस सरकार में हद हो गई है. किसान पिछले 11 महीनों से सड़कों पर प्रदर्शन कर रहा है. उनकी बात नहीं सुनी जा रही है. निजीकरण से देश में हालात बिगड़ जाएंगे. आज दाल रोटी बचाने के लिए देश की जनता को जागरूक होना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, चीन हमसे 2 साल बाद आजाद हुआ था, लेकिन आज तरक्की के नजरिये से चीन कहां खड़ा है और भारत कहां खड़ा है. ये हमें सोचना पड़ेगा, देखना पड़ेगा कि गलती कहां हुई है.
उन्होंने कहा, जलियांवाला बाग का जो इतिहास है, उसके बारे में लोग जानने के लिए जाते हैं कि हजारों लोग जिस कुएं में गिरकर मरे वो कहां है. जनरल डायर ने कहां खड़े होकर गोलियां चलाईं. हमें इतिहास से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए. बल्कि इतिहास को संभाल कर रखना चाहिए.
सीएम रहते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह जलियांवाला बाग के इतिहास से छेड़छाड़ करने वाले नवीनीकरण को सही ठहराते हैं तो यह उनकी सोच है, हमारी नजर में इतिहास से छेड़छाड़ करना बिल्कुल गलत है.
कौर ने कहा, आजादी के बाद सरकारों ने लोगों की तरफ ध्यान कम दिया. लोकतंत्र में लोगों का राज होता है और सरकारों को लोगों की बात सुननी चाहिए. प्रधानमंत्री को लोग सुनते हैं और लोग अगर अपनी मांग को लेकर प्रधानमंत्री से कुछ मांगते हैं तो उन्हें लोगों की बात सुनकर वह चीज देनी चाहिए.
बजरंग मीणा