पंजाब: कैप्टन का कंट्रोल 'कोरोना मॉडल' जिसकी पीएम मोदी भी कर रहे हैं तारीफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ की. साथ ही उन्होंने देश के सभी राज्‍यों से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कोरोना कंट्रोल मॉडल को अपनाने की सलाह भी दी है.

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पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पीएम नरेंद्र मोदी पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पीएम नरेंद्र मोदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST

  • पंजाब में कोरोना के मामले में 81 फीसदी आई कमी
  • पीएम की राज्यों से पंजाब मॉडल अपनाने की सलाह

देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 21 राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों से वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. पीएम ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ करते हुए देश के सभी राज्‍यों से मुख्यमंत्रियों से कैप्टन अमरिंदर सिंह के कोरोना कंट्रोल मॉडल को अपनाने की बात भी कही.

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पंजाब सरकार राज्य में कोरोना से निपटने के लिए घर-घर में सर्विलांस का तरीका अपना रही है. पंजाब सरकार ने इसके लिए बकायदा एक मोबाइल ऐप भी जारी किया है. इस रणनीति के जरिए कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब में संक्रमण को काफी कन्ट्रोल किया है. पीएम मोदी से वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा करते हुए पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब सरकार द्वारा अपनाए गए मॉडल के बारे में पीएम को जानकारी दी. इसके बाद पीएम मोदी ने सभी राज्‍यों को कोरोना को कन्ट्रोल करने के लिए ऐसी ही रणनीति अपनाने की सलाह दी.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में पंजाब की सूक्ष्म-स्तरीय नियंत्रण प्रणाली और डोर-टू-डोर सर्वेक्षण नीति की प्रशंसा की. उन्होंने सभी राज्यों को ‘पंजाब मॉडल’ को अपनाने की बात भी कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी को नियंत्रित करने में पंजाब एक प्रमुख खिलाड़ी है.

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बता दें कि कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र के नांदेड़ से पंजाब लौटे हजारों श्रद्धालुओं के बाद राज्य में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े थे. कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस को लेकर विपक्षी दलों ने कैप्टन अमरिंदर सरकार को घेरना शुरू कर दिया था. इसके बाद सीएम कैप्टन ने लॉकडाउन को शख्त बना दिया था. इसके अलावा घर-घर जांच के लिए अभियान शुरू किया.

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कैप्टन अमरिंदर सरकार की ओर से एक ऐप भी जारी किया गया था, जिसका नाम 'घर घर निगरानी' रखा गया. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस अभियान को शुरू करते हुए कहा था कि पंजाब के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का सर्वेक्षण किया जाएगा. इस अभियान के तहत 30 साल से कम उम्र के लोगों का इन्फ्लूएंजा जैसे रोगों को लेकर सर्वे किया गया. इस तरह से सरकार ने सर्वेक्षण के जरिए व्यक्ति की पूरे चिकित्सा स्थिति की जानकारी हासिल की.

कैप्टन की इस कोशिश के जरिए एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामले की पहचान की गई. साथ ही लॉकडाइन को शख्त करके पंजाब में संक्रमण में 81 फीसदी की कमी दर्ज की गई. पंजाब में कोरोना के कुल 3371 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 2461 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 836 लोग ही संक्रमण की चपेट में हैं. कोरोना से पंजाब में 72 लोगों की मौत हुई है.

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